सीतामढ़ी। चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। इसकी वजह से भारत-नेपाल की खुली सीमा देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है। बिहार में सीतामढ़ी जिले से लगने वाली भारत-नेपाल की तकरीबन 55 किलोमीटर की खुली सीमा रेखा की वजह से कई दफा भारत विरोधी ताकतों ने खुली सीमा का फायदा उठाकर देश में अशांति फैलाने की कोशिश की है।
खुली सीमा अंतर्राष्ट्रीय तस्करी, भारत विरोधी गतिविधि, मानव तस्करी के लिए खूब इस्तेमाल किये गये। इतना ही नहीं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने भी इस खुली सीमा का फायदा उठाकर देश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है। सीतामढ़ी के नेपाल सीमा से दो चीनी नागरिकों की गिरफ्तारी से एक बार फिर से इलाके में हड़कंप है। दोनों चीनी नागरिक संदेहजनक हालत में बॉर्डर के पास घूम रहे थे और नेपाल जाने की कोशिश में थे। इन सब के बीच दोनों चीनी नागरिकों से जब पुलिस ने पूछताछ की, तो उनके पास से सात मोबाइल, सिम , कुछ लिट्रेचर की बुक, नेपाली करेंसी और डॉलर बरामद किए गये।
पुलिसिया जांच से अब तक कुछ ऐसी बातें सामने नहीं आई हैं, जिससे कुछ भारत विरोधी ताकतों की साजिश की बात सामने आ सके। हालांकि भारत के पड़ोसी मुल्क चीन के साथ भी अच्छे ताल्लुकात नहीं हैं। गिरफ्तार चीनी नागरिक युगांग हेलेन और लुलन के पास भारत में प्रवेश करने के लिये वीजा नहीं थे।
जानकारी के अनुसार दोनों चीन से थाईलैंड फिर थाईलैंड से नेपाल और नेपाल से भारत के कई महानगरों में घूमते हुये नेपाल जाने के प्लान में थे कि तभी भीठामोर पुलिस पोस्ट के पास एसएसबी और सीतामढ़ी पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। फिलहाल दोनों से पूछताछ चल रही है।