रिनपास में ट्रांसजेंडर समुदाय के मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य और अधिकार पर चर्चा

झारखंड सेहत
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रांची। रिनपास के डिपार्टमेंट ऑफ साइकियाट्रिक सोशल वर्क और उत्थान सीबीओ के संयुक्त तत्‍वावधान में ट्रांसजेंडर और एलजीबीटीक्यू समुदाय पर संवेदीकरण एवं जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन 20 जून को रिनपास में किया गया। रिनपास की निदेशक डॉ जयति‍ सिमलाई ने इसका शुभारंभ किया। उन्‍होंने ट्रांसजेंडर समुदाय में मानसिक स्वास्थ्य की भूमिका पर प्रकाश डाला। उनके स्वास्थ्य अधिकार के साथ-साथ अधिकारों के बारे में बात की।

उत्‍थान सीबीओ (जमशेदपुर) के संस्‍थापक ट्रांसजेंडर अमरजीत ने ट्रांसजेंडर समुदाय की विभिन्न समस्याओं के बारे में बात की। उन्‍होंने बताया कि‍ कैसे ट्रांसजेंडर को समाज से अलग समझा जाता है। समाज के साथ अपने घर वाले का भी समर्थन नहीं होता। कोविड के समय बहुत सारे ट्रांसजेंडर के पास आय का कोई भी साधन नहीं था। उनके पास जॉब नहीं था, लेकिन सरकार की तरफ से किसी भी प्रकार का कोई भी सुविधा नहीं दी गई। उन्होंने ट्रांसजेंडर के अधिकारों की वकालत की।

ट्रांसजेंडर जन्नत (कम्युनिटी मोबिलीजेर, उत्थान सीबीओ) ने शिक्षा और व्यवसाय के अधिकार के बारे में बात करते हुए गौरवपूर्ण जीवन जीने के अधिकार पर चर्चा की। उन्होंने अपने जीवन के हर पड़ाव पर होने वाले दुर्व्यवहार के बारे में बताया। इस क्रम में रांची स्थित हेल्थ एंड अग्ग्रिकल्चर सोसाइटी के प्रतिनिधि सीमा सिंह ने ट्रांसजेंडर के साथ होने वाले विभिन्न प्रकार के हिंसा के बारे में लोगो को जागरूक किया।

रिनपास की डिपार्टमेंट ऑफ साइकियाट्रिक सोशल वर्क की विभागाध्‍यक्ष डॉ मनीषा किरण ने ट्रांसजेंडर समुदाय में स्वास्थ्य और मानिसक स्वास्थ्य भेदभाव के बारे में बात की। बताया कि कैसे ट्रांसजेंडर लोगों के स्वास्थ के अधिकारों का हनन किया जा रहा है। डॉ मनीषा ने इनके मानिसक स्वास्‍थ्‍य के लिए आगे बढ़कर सेवाएं देने की बात कही। इस कार्यकम में रांची के वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर्स द्वारा मास्क एवं सैनिटाइजर वितरित किया गया। जन्नत ने धन्यवाद किया।