- मांगों को लेकर डायरेक्टर और स्टूडेंट वेलफेयर डीन का घेराव किया
रांची। झारखंड की राजधानी रांची स्थित सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर जा सकते हैं। रिम्स के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जेडीए) ने मांगों को लेकर रिम्स डायरेक्टर और स्टूडेंट वेलफेयर डीन का घेराव किया।
जेडीए का कहना है कि बीते डेढ़ साल से रिम्स प्रबंधन से मांगें की जा रही है। हालांकि डायरेक्टर और स्टूडेंट वेलफेयर डीन का मांगों के प्रति उदासीन रवैया रहा है। इसीलिए 18 मई को डायरेक्टर और स्टूडेंट वेलफेयर डीन का घेराव किया गया। अपनी बातें रखीं गई।
जेडीए ने रिम्स प्रशासन को धमकी दी है कि यदि उनकी मांगें 10 दिनों के अंदर पूरी नहीं की गई तो उनका ये विरोध और उग्र रूप ले लेगा। वे हड़ताल करने पर विवश हो जायेंगे। डायरेक्टर ने झारखंड सरकार के पदाधिकारियों से बात की। मांगें 10 दिनों में पूरी करने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर जेडीए प्रेसिडेंट डॉ विकास कुमार, एक्जीक्यूटिव प्रेसिडेंट डॉ सुजीत कुमार मुर्मू, वाइस प्रेसिडेंट आईटी विंग डॉ अमित रंजन, सेक्रेटरी डॉ हिमांशु शेखर, वाइस प्रेसिडेंट डॉ प्रभाकर नारायण, ज्वाइंट सेक्रेटरी डॉ धीरज सिन्हा, को-ऑर्डिनेटर अभिषेक सिन्हा और शुभम हर्ष सहित अन्य मौजूद थे।
ये है मांगें
जूनियर रेसिडेंटों के बीते 2 महीनों के लंबित वेतन का भुगतान जल्द से जल्द हो।
जूनियर रेजिडेंट एवं अन्य को कोविड की प्रोत्साहन राशि प्रदान करना, जो डेढ़ साल से नहीं मिली है।
इंटर्न बैच 2016 के 3 महीने के रुके हुए वेतन का भुगतान किया जाए। इंटर्न बैच के वेतन में बढ़ोतरी कर एम्स के पे स्केल पर वेतन दिया जाए।
हॉस्टल (बॉयज एवं गर्ल्स) की बुनियादी सुविधाएं (वाटर फिल्टर, बेड, टेबल, कुर्सी, न्यूजपेपर, मैगजीन) इत्यादि उपलब्ध कराया जाए।