नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा के लिए खास है ये रंग, पूजा की विधि भी जानें

झारखंड
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रांची। चैत्र नवरात्रि पर मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। आज से नौ दिनों तक मां के नौ रूपों की पूजा के लिए अलग-अलग तरह की विधियां अपनाई जाती हैं। पहला दिन मां शैलपुत्री का है।

माना जाता है कि मां शैलपुत्री का मनपसंदीदा रंग पीला होता है। इस दिन पीले रंग के कपड़े पहनकर पूजा करने को विशेष मान्यता दी जाती है। पीला कपड़ा पहनकर मंदिर जाएं और श्रद्धाभाव ससे पूजा करें। वहीं, मां शैलपुत्री को हिमाल्य की पुत्री भी कहते हैं। इस चलते सफेद रंग को भी मां शैलपुत्री के प्रिय रंगों में गिना जाता है।

पूजा विधि

नवरात्रि के पहले दिन नहा धोकर मंदिर को ताजे फूलों से सजाना शुभ माना जाता है। घट स्थापना करने के बाद माता का ध्यान किया जाता है। घट स्थापना में मिट्टी का चौड़े मुंह का कलश, आम या अशोक के पत्ते, 7 तरह के अनाज, गंगाजल, सिंदूर, मिठाई, फूलों की माला, साबुत चावल और नारियल आदि सम्मिलित किए जाते हैं।

ये है मां का मंत्र

मां शैलपुत्री की पूजा करने के लिए मां शैलपुत्री के मंत्र ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे ॐ शैलपुत्री देव्यै नम:’ का जाप करें। इसके बाज उन्हें भोग में गाय के दूध से बनी चीजें चढ़ाएं। बाद में आरती करें और प्रसाद को सभी में वितरित करेंं।