मुंबई। टाटा स्टील हाल ही में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम द्वारा संस्थापक सदस्यों में से एक के रूप में ग्लोबल पैरिटी एलायंस (जीपीए) में शामिल हुई है। जीपीए वैश्विक संगठनों का एक क्रॉस-इंडस्ट्री समूह है जो कार्यस्थल और उसके बाहर विविधता, समता और समावेशन (DE&I) में तेजी लाने के लिए समग्र कार्रवाई कर रहा है।
टाटा स्टील के सीईओ एवं एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा, ‘टाटा स्टील में हमारा विजन एक ऐसे कार्यस्थल का निर्माण करना है, जहां हम लोगों के मतभेदों को स्वीकार करते हैं। एक ऐसी संस्कृति का निर्माण करते हैं, जहां हर कोई अपने वास्तविक रूप में काम कर सके। हमारे समावेशन, विविधता और सम्बद्ध यात्रा में, हम नियुक्ति, संवेदीकरण, बुनियादी ढांचे, प्रतिधारण और विकास पर काम कर रहे हैं। हमें विश्वास है कि ग्लोबल पैरिटी एलायंस हमें यह समझने में मदद करेगा कि दूरस्थ विनिर्माण और खनन स्थानों में विविध प्रतिभा पूल को कैसे पहचाना जाए और डीई एंड आई में सराहनीय काम करने वाले अन्य संगठनों से सीख सकें।‘
डीई एंड आई लंबे समय से टाटा स्टील के लोकाचार का एक अभिन्न अंग रहा है। टाटा स्टील एक विविध, समावेशी, सुरक्षित और निष्पक्ष कार्यस्थल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसने 2025 तक 25 प्रतिशत विविध कार्यबल का लक्ष्य रखा है। कंपनी ने मासिक धर्म अवकाश, एलजीबीटीक्यू + पार्टनर्स के लिए समान लाभ सुनिश्चित करने, जेंडर न्यूट्रल मातृ-पितृ अवकाश, लिंग पुष्टि के लिए समर्थन सहित और भी कई पथ-प्रदर्शक पहल की हैं। टाटा स्टील LGBT+ कार्यबल के लिए वर्कप्लेस इक्विटी इंडेक्स के तहत एक प्रमाणित गोल्ड एम्प्लॉयर भी है।