आनंद कुमार सोनी
लोहरदगा। सोबरन टोली, कार्तिक नगर, जुरिया धर्मकुड़िया सरना स्थल में प्रकृतिक पर्व सरहुल पूर्व संध्या कार्यक्रम का आयोजन 3 अप्रैल को किया गया। मुख्य अतिथि लोहरदगा विधायक सह वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव और विशिष्ट अतिथि सरना धर्मगुरु बंधन तिग्गा थे।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि एवं धर्मगुरु द्वारा स्वर्गीय कार्तिक उरांव की प्रतिमा पर माल्यार्पण से की। कार्यक्रम में आदिवासी संस्कृति एवं सरहुल पर्व की झलक देखने को मिली। सभी ढोल मांदर की थाप पर झूमें।
इस अवसर पर डॉ उरांव ने कहा कि सरहुल वैज्ञानिक आधारित पर्व है। आदिवासी प्रकृतिक पूजक हैं। प्राकृतिक पूजा के बिना जीवन की कल्पना नहीं कर सकते हैं। सूर्य एवं धरती पूजक हम लोगों को अपनी धर्म संस्कृति को जानने और पहचानने की जरूरत है। आदिवासी समाज में पैदा होना गर्व की बात है।
डॉ उरांव ने कहा कि हमारी गठबंधन की सरकार आदिवासी समाज के लिए महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। सरना धर्म कोड़ सभी झारखंडियो की मांग थी। इसे हमलोगों ने विधानसभा में पास कर केंद्र सरकार को भेज दिया है।
मौके पर विधायक प्रतिनिधि निशीथ जायसवाल, मंत्री के आप्त सचिव संजय कुमार, कमली उरांव, शीला उरांव, राधा तिर्की, संजय पहान, बिष्णु उरांव, बीरु उरांव, सुखदेव उरांव, प्रोफेसर लोहरा उरांव सहित आदिवासी समाज के प्रतिनिधि एवं अन्य उपस्थित थे।