पशु चिकित्सा क्षेत्र में लचीलापन को सुदृढ़ करने की जरूरत : डॉ सीएसपी सिंह

झारखंड
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  • बिरसा कृषि विवि ने वर्ल्ड वेटनरी डे मनाया

रांची। पशु चिकित्सकों का क्षेत्र शारीरिक और मानसिक रूप से अलग है। कोरोना महामारी के दौरान तनाव, बर्नआउट और अन्य स्वास्थ्य मुद्दों में वृद्धि हुई है। पशु चिकित्सकों को रोगियों की तरह व्यक्तिगत स्वास्थ्य को बनाए रखने के उपाय और समर्थन की जरूरत है। स्वस्थ जानवरों की चिकित्सा में स्वस्थ पशु चिकित्सक की आवश्यकता होती है। इसके लिए इस पेशे में लचीलापन लाना होगा। एक रेसिलिएंट पशु चिकित्सक अपने काम में होने वाली दैनिक चुनौतियों और संकटों को संभालने के लिए बेहतर ढंग से तैयार होते हैं। उक्त बातें पूर्व डीन वेटनरी एवं पूर्व बीएयू रजिस्ट्रार डॉ सीएसपी सिंह ने कही। वे बीएयू स्थित पशु चिकित्सा संकाय में 30 अप्रैल को आयोजित वर्ल्ड वेटनरी डे में बतौर मुख्‍य अतिथि बोल रहे थे।

मौके पर डीन वेटनरी डॉ सुशील प्रसाद ने कहा कि पशु चिकित्सा के क्षेत्र को अधिक लचीलापन बनाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। विश्व पशु चिकित्सा संघ ने वर्ष 2022 का मुख्य थीम ‘पशु चिकित्सा में लचीलापन का सुदृढ़ीकरण’ रखा है। उन्होंने वेटनरी पेशा से जुड़े लोग एवं छात्रों को मानसिक दबाव को दूर करने के लिए सदा सकारात्मक सोच बनाये रखने, प्राथमिकताओं एवं प्रबंधन पर स्वयं विशेष ध्यान देने और योगाभ्यास, परिवार, मित्र, सामाजिक गतिविधियों में समय व्यतीत करने पर जोर दिया।

डीन पीजी डॉ एमके गुप्ता ने वेटनरी को विश्व की सबसे चुनौती पूर्ण पेशा बताया। इस पेशे में विपरीत परिस्थिति एवं समस्यायों के समाधान में उद्देश्यों के प्रति समर्पित रहने, कार्यो में लचीलापन रखने, सकारात्मक सोच एवं व्यवहार और पेशे को आत्मसात करने पर बल दिया।

डायरेक्टर एक्सटेंशन डॉ जगरनाथ उरांव ने पशुपालन एवं पशु चिकित्सा के प्रसार गतिविधियों में लचीलेपन के सुदृढ़ीकरण के महत्त्व पर प्रकाश डाला।

पूर्व प्राध्यापक डॉ सीएम प्रसाद ने अध्ययनरत विद्यार्थियों को वेटनरी पेशे के प्रति विशेष शौक रखने और इस पेशे में प्रबंधन, उत्पादन, तकनीकी, रोग एवं उपचार पर ध्यान केन्द्रित रखने की बात कही।

पूर्व उपनिदेशक पशुपालन डॉ वेणु गोपाल ने पशुपालन को सर्वाधिक लाभकारी उद्यम बताया। इस पेशे में छात्रों को अपनी काबिलियत से पहचान स्थापित करने की बात कही।

मौके पर भाषण कला स्पर्धा में प्रसेनजीत यादव, ए राय, पूजा कुमारी तथा क्वीज स्पर्धा में दीपक कुमार की टीम, हिमांशु राज की टीम और पल्लवी घोष की टीम को पुरस्कृत किया गया। पशु चिकित्सा उद्योग से जुड़ी वीरवेक कंपनी द्वारा आयोजित क्वीज स्पर्धा में अनल बोस, प्रभांसु कुमार एवं सुरभि कुमार को पुरस्कृत किया गया।

कार्यक्रम का संचालन डॉ विशाखा सिंह और धन्यवाद डॉ आलोक कुमार पांडे ने किया। मौके पर डॉ रबिन्द्र कुमार, डॉ सुरेश मेहता, डॉ राजू प्रसाद, डॉ अल्ताफ अहमद, डॉ स्वाति सहाय, डॉ नंदिनी कुमारी सहित भारी संख्या में छात्र-छात्राएं भी मौजूद थे।