नई दिल्ली। ऑटोरिक्शा और टैक्सी ड्राइवरों की यूनियनों ने मंगलवार को पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में की गई अपनी हड़ताल वापस ले ली है। हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर अगले 25 दिनों के भीतर ऑटो/टैक्सी चालकों की मांग पूरी नहीं की जाती है, तो वे दिल्ली की फूड चेन में कटौती करेंगे।
यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर सरकार को एक बड़ी धमकी भी दे दी है। राजधानी परिवहन पंचायत के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि दिल्ली में कोई भी आवश्यक वस्तु नहीं आएगी और इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार होगी। वह बोले, ‘हमने केंद्र सरकार को चेतावनी देने के लिए एक दिवसीय प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन किया कि अगर अगले 25 दिनों में कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो 25 दिनों के बाद हम टेंपो और ट्रकों सहित दिल्ली की कुल फूड चेन को बंद कर देंगे। जिसके बाद दूध, सब्जियां या कोई भी सामना नहीं आएगा।’

उन्होंने आगे कहा, ‘हमने तीन सांसदों से बात की है और उन्होंने कहा कि वे हमारी मदद नहीं कर सकते।परिवहन मंत्री हरदीप सिंह पुरी से भी कोई जवाब नहीं मिला।’ सिंह ने अपनी बातचीत में आगे कहा, ‘हमारा दूसरा मुद्दा ओला और उबर था। नितिन गडकरी के साथ कई बैठकें कर चुके हैं पर कुछ जवाब नहीं दिया। सिंह ने आगे कहा कि दिल्ली NCR या कहीं भी ओला / उबर पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
उसके कारण जो लोग अच्छे क्षेत्रों में काम करते थे या MBA कर चुके हैं, उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और उबर/ओला में शामिल हो गए क्योंकि उन्होंने कहा कि वे उन्हें प्रति माह 1 लाख का भुगतान करेंगे।’