रांची। इस समय गर्मी में पूरे देश में बिजली संकट है। राज्य सरकार की बिजली कंपनियों की ओर से संचालित पावर प्लांटों में कोयले की कमी हो गई है। स्टॉक की कमी के कारण बिजली उत्पादन पर असर पड़ रहा है।
देश के अधिसंख्य हिस्सों में झारखंड की कई कोयला कंपनियों से कोयला जाता है। कई कंपनियों ने बताया है कि झारखंड की कंपनियों से कोयला आपूर्ति में कमी हुई है। इस कारण स्थिति खराब है। कई बिजली कंपनियों के पास मात्र एक से पांच दिनों का ही कोयला बचा है।
देश में कई ऐसे पावर प्लांट हैं, जहां तय स्टॉक के 95 फीसदी तक कोयले की कमी है। सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी मानता है कि किसी भी पावर प्लांट में कम से कम 26 दिनों के कोयले का स्टॉक होना चाहिए। वर्तमान में देश का शायद ही कोई पावर प्लांट हो, जहां 26 दिनों के कोयले का स्टॉक है। झारखंड बिजली बोर्ड के एकमात्र पावर प्लांट टीवीएनएल में करीब 90 फीसदी कोयले के स्टॉक की कमी है।
टीवीएनएल के पास 420 हजार टन कोयला स्टॉक होना चाहिए। इसकी तुलना में मात्र 80 हजार टन ही कोयला है। टीवीएनएल के जीएम एमडी अनिल शर्मा ने बताया कि हाल के दिनों में टीवीएनएल को सीसीएल से कोयले की पर्याप्त आपूर्ति की जा रही है। प्रतिदिन दो से तीन रैक कोयला दिया जा रहा है। इससे कोयले की कमी दूर हो जाने की उम्मीद है।