- शिविर का समापन, सीख को जीवनशैली में शामिल करने की अपील
रांची। डोरंडा महाविद्यालय, रांची की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई 01 और इकाई 02 द्वारा आयोजित 7 दिवसीय विशेष शिविर का समापन गुरुवार को हुआ। राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा हर वर्ष गोद लिए गए गांव में विशेष शिविर आयोजित किया जाता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रांची विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार थे। उन्होंने कहा कि एनएसएस स्वयंसेवक सात दिनों के कैम्प की सीखा को अपनी जीवनशैली में शामिल करें। विशेष शिविर में भाग लेने वाले स्वयंसेवकों के जीवन में एक सकारात्मक बदलाव आता है। सभी स्वयंसेवक कैम्प के अनुभव को महाविद्यालय के बाकी विद्यार्थियों के बीच साझा करें।
खिजरी प्रखंड के जिला परिषद सदस्य श्रीमती आरती कुजूर ने कहा कि एनएनएस स्वयंसेवकों द्वारा गांव के लोगों को जागरूक करने का काम किया। गांव की समस्याओं को लेकर युवाओं ने आईना दिखाने का काम किया है। उच्च पदाधिकारी के पास भेजी गई सर्वे रिपोर्ट की समस्याओं का निदान किया जाएगा।
एनएसएस यूनिट 01 की कार्यक्रम पदाधिकारी श्रीमती शालिनी ने कहा कि कैम्प के सात दिनों में बच्चों के बीच टीम भावना से काम करने की भाव विकसित हुआ। सभी ने अनुशासन के साथ सात दिन गांव के हर घर तक पहुंचकर उनकी समस्याओं को जाना। सर्वे रिपोर्ट तैयार किया। एनएसएस यूनिट 02 की कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ एमलिन केरकेट्टा ने कहा कि हमारी पूरी टीम इस गांव को गोद ली है। हर वक्त इस गांव के लिए हम सभी तैयार रहेंगे।
राष्ट्रीय सेवा योजना यूनिट 03 के कार्यक्रम पदाधिकारी कंचन मुंडा ने कहा कि हमारी एनएसएस की पूरी टीम का प्रयास है कि इस गांव को नशामुक्त बनाना बनाया जाए।
सम्पूर्ण कार्यक्रम को सफल बनाने में दिवाकर आनंद, अमन, सूरज, बॉबी, हर्षित, रौशन, आभास, आरव, सूरज, केशव, श्रवण, मनबहाल, राधिका, अंजली, पिंकी, काजल, सृष्टि, संजीदा, बबीता, अमांषी, नीतीश, सुशील, प्रीति, प्रियंका, गोपाल, कशिफ एवं अन्य की भूमिका रही।