- टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कई नई परियोजनाओं का किया उद्घाटन
जमशेदपुर। टाटा स्टील ने अपने संस्थापक जमशेदजी नसरवानजी टाटा की 183वीं जयंती की पूर्व संध्या पर 2 मार्च को जुबली पार्क में श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही टाटा स्टील जमशेदपुर और कलिंगानगर में विभिन्न परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया गया। इसमें इस शहर और उन कार्यस्थलों, जहां ये संचालित होते हैं, के प्रति समूह की प्रतिबद्धता को आश्वस्त किया गया।
संस्थापक दिवस की पूर्व संध्या पर जुबली पार्क में संस्थापक की प्रतिमा पर प्रकाश सज्जा का उद्घाटन टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन द्वारा टाटा स्टील के सीईओ एवं मैनेजिंग डाइरेक्टर टीवी नरेंद्रन और कंपनी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया। उन्होंने अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ संस्थापक को श्रद्धांजलि दी।
जुबली पार्क में चार सोलर ट्री लगाए गए हैं, जो साल भर के लिए प्रकाश-सज्जा को एनर्जी न्यूट्रल बनाएंगे। हालांकि इस बार शहर के 39 गोल-चक्करों (यातायात परिपथ) में एलईडी लाइटों से रोशनी की गई है। शहर के 13 हेरिटेज भवनों को रोशन किया गया है। इनमें टाटा स्टील यूआईएसएल ऑफिस, टाटा वर्कर्स यूनियन, फायर टेम्पल, रेलवे स्टेशन, टाटा मेन हॉस्पिटल, सेंटर फॉर एक्सलन्स, बेल्डीह चर्च, बैपटिस्ट चर्च, स्कूल ऑफ होप, टाटा पिगमेंट गेट, गोलमुरी क्लॉक टॉवर आदि शामिल हैं।
संस्थापक को श्रद्धांजलि अर्पित करने और जुबली पार्क की प्रकाश सज्जा चालू करने के अलावा चंद्रशेखरन ने जमशेदपुर वर्क्स के अंदर इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड सिस्टम (आईटीएस) भवन में एक एकीकृत सिंटर प्लांट ऑपरेशन सेंटर (i-SPOC) का उद्घाटन किया। टाटा स्टील ने इंडस्ट्री 4.0 में एक बेंचमार्क लीडर बनने के अपने प्रयास में आईएसपीओसी (i-SPOC) की स्थापना करके पथप्रदर्शक इकाई का सृजन किया है। तीन वर्तमान ऑपरेटिंग सिंटर प्लांट इकाइयों को प्लांट से लगभग 6 किमी दूर एक फार-साइट सिंगल ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर में मिला दिया गया है।
आईएसपीओसी सिंटर संयंत्रों के संचालन और नियंत्रण में एक आदर्श बदलाव को दर्शाता है। यह हाई डेफनिशन वीडियो डिस्प्ले, उन्नत मशीन लर्निंग मॉडल, मजबूत वॉयस कम्युनिकेशन नेटवर्क का उपयोग करता है, ताकि सिंटरिंग संचालन की निगरानी और उसका नियंत्रण किया जा सके। यह किसी भी भारतीय सिंटर संयंत्र के संचालन के लिए अपनी तरह का पहला प्रयास है, जो मौजूदा प्रक्रिया दक्षता को बढ़ाने, बेहतर तालमेल और एजाइल निर्णय लेने में पारंपरिक मानसिकता से बदलाव को प्रदर्शित करता है।
चंद्रशेखरन ने जमशेदपुर वर्क्स में वर्चुअल रियलिटी रूम, इंजीनियरिंग एंड प्रोजेक्ट्स (ई एंड पी) बिल्डिंग एवं टाटा स्टील कलिंगानगर में पेलेट प्लांट और कोल्ड रोलिंग मिल (सीआरएम) के पहले इक्विपमेंट के रिमोट ट्रायल का वर्चुअली उद्घाटन किया।
ईएंडपी बिल्डिंग से उन्होंने जमशेदपुर वर्क्स के सेंट्रल वेयरहाउस और कोल्ड रोलिंग मिल में अभूतपूर्व सोलर पावर प्रोजेक्ट्स के फर्स्ट पैनल के निर्माण को शुरू किया। ये टाटा स्टील जमशेदपुर और टाटा स्टील कलिंगानगर में सौर ऊर्जा के लिए एक बड़ी परियोजना का हिस्सा हैं, जिसमें ग्राउंड माउंटेड, रूफ-टॉप और फ्लोटिंग सोलर पैनल शामिल हैं। टीएसके, टीएसजे और जमशेदपुर के सोनारी एयरपोर्ट एवं डोमजुरी में स्थापित पैनलों की कुल क्षमता 56 मेगावाट है। यह परियोजना ‘ग्रीनर टुमॉरो’ बनाने की दिशा में टाटा स्टील और टाटा पावर का एक साझा प्रयास है।
चेयरमैन ने डिजिटल ट्विन इंटरफेस के माध्यम से टाटा स्टील कलिंगानगर में आगामी कोल्ड रोलिंग मिल और पेलेट प्लांट परियोजनाओं के लिए पहले इक्विपमेंट के परीक्षण को भी शुरू किया। यह कलिंगानगर विस्तार परियोजना में इसे 3 से 8 मिलियन टन प्रति वर्ष करने में मील का पत्थर साबित होने का प्रतीक है।
इसके साथ ही चेयरमैन ने कदमा-सोनारी लिंक रोड के पास एक फिटनेस एवेन्यू का भी उद्घाटन किया, जो जमशेदपुर के निवासियों के लिए एक आदर्श उपहार है। फिटनेस एवेन्यू में 20 इक्विपमेंट, ऐप आधारित साइकिल स्टैंड, सार्वजनिक सुविधाओं आदि के साथ ओपन जिम की सुविधा है।
टाटा स्टील प्रत्येक वर्ष टाटा समूह की अन्य कंपनियों के साथ संस्थापक की जयंती और मूलत: सामुदायिक कल्याण के साथ औद्योगिक भविष्य के प्रति उनके विज़न का जश्न मनाती है। इस वर्ष के लिए संस्थापक दिवस की थीम लाइफ@टाटास्टील है, जो जीवन को दर्शाती है जहां पेशा जुनून से मिलता है, महत्वाकांक्षा करुणा से मिलती है। काम के साथ फुर्सत के पलों का आनंद भी है। इसका उद्देश्य यह दर्शाना है कि कैसे कंपनी एक ऐसे संगठन का निर्माण कर रही है, जहां लोग अपने और दुनिया के बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए सामंजस्यपूर्ण ढंग से कार्यरत हैं।