जमशेदपुर। जमशेदपुर स्थित टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन (टीएसएएफ) की सीनियर इंस्ट्रक्टर अस्मिता दोरजी माउंट एवरेस्ट के अभियान पर जाएंगी। कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों से एवरेस्ट एक्सपीडिशन बंद था। टाटा स्टील के सहयोग से अब तक 11 क्लाइंबर माउंट एवरेस्ट को फतह कर चुके हैं।
माउंट एवरेस्ट एक्सपीडिशन की शुरुआत दो अप्रैल से होगी, जो 11 मई तक चलेगा। जमशेदपुर की रहने वाली 37 वर्षीया क्लाइंबर अस्मिता दोरजी ने कोरोना काल के दौरान माउंट एवरेस्ट अभियान के लिए काफी कड़ी ट्रेनिंग की हैं। अब तक टाटा स्टील के सहयोग से बछेंद्रीपाल समेत 11 क्लाइंबर माउंट एवरेस्ट फतह कर चुके हैं।
अस्मिता दोरजी ने बछेंद्री पाल की देखरेख में उत्तरकाशी के कालफो में ट्रैकिंग व क्लाइंबिंग से संबंधित ट्रेनिंग की है। अस्मिता दोरजी के पिता शेरपा अंग दोरजी हैं। बछेंद्री पाल ने जब 1984 में एवरेस्ट फतह कर इतिहास रचा था, तो उस वक्त वह उनके साथ शेरपा की भूमिका में थे।
टाटा स्टील ने 2017 में जमशेदपुर की पायो मुर्मू को भी एवरेस्ट फतह करने के कठिन अभियान पर भेजा था, लेकिन बर्फीली तूफान के कारण पायो अभियान को पूरा नहीं कर पायी थीं।