गजब व्‍यवस्‍था : गांव में है जलमीनार और नलकूप, फिर भी चुआं का पानी पीने को मजबूर ग्रामीण

झारखंड
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आनंद कुमार सोनी

लोहरदगा। जलमीनार है। नलकूप और कुआं भी है। इसके बाद भी ग्रामीण चुआं का पानी पीने को मजबूर हैं। महिलाएं डेढ़ किलोमीटर दूर जाकर पानी लाती है। यह हाल जिले की कुडू/ जिंगी पंचायत के जोजरो गांव का है। गांव के लोग प्‍यास बुझाने के लिए एक से डेढ़ किलोमीटर का सफर तय करते हैं।

ढाई साल से खराब जलमीनार

समाजसेवी दिलीप उरांव ने बताया कि 2018 में ग्रामीण लघु पाइप जलापूर्ति योजना के तहत जलमीनार बनाया गया था। यह पि‍छले करीब ढाई वर्षों से खराब है। यहां की माता बहनों को डेढ़ से दो किलोमीटर दूर नदी व चुआं से पीने का पानी लाना पड़ रहा है। जनप्रतिनिधि‍ सिर्फ वोट के समय गावों में नजर आते है। उन्‍होंने नदी में चैकडैम का निर्माण और गांव के जलमीनार एवं चापाकल की मरम्मत जल्द कराने की मांग की।

ठेकेदार ने एक नहीं सुनी

शिशिर उरांव ने बताया कि पूर्व विधायक स्व. कमल किशोर भगत के प्रयास से जलमीनार बनाया गया था। ठेकेदार को बार-बार मना किया गया कि‍ पुरानी मशीन यहां नहीं लगाए। हालांकि उसने एक नहीं सुनी। जलापूर्ति बंद होने की ग्रामीणों कई बार शिकायत पंचायत की मुखिया शकुंतला देवी और प्रखंड स्तर पर कर चुके हैं। हालांकि कोई सुनवाई नहीं हुई।

आंगनबाड़ी केंद्र में दिक्‍कत

गांव के बीच टोली में आंगनबाड़ी केंद्र है। यहां एक नलकूप है। हालांकि उस हैंडल नहीं है। सेविका सजिदा खातून ने बताया कि केंद्र में आने वाले बच्चों को पीने के लिए पानी का संकट मंडरा रहा है। उनके लिए किसी प्रकार बाहर से पानी ढोकर लाती हूं। उन्होंने कहा स्वास्थ्य के मद्देनजर कुंआ का पानी बच्चों को नहीं पिलाती है। कुछ नलकूप बकरी बांधने के काम आ रहा है।

जलमीनार से जलापूर्ति नहीं

जोजरो में 500 परिवार रहते हैं। गांव में चार जलमीनार लगी है, लेकिन जलापूर्ति के लिए एक ही कामयाब है। लोगों को पानी के लिए मार्च में ही त्राहि‍माम करना पड़ रहा है। रुबिया खातून ने बताया कि ग्रामीणों को पेयजल के साथ-साथ नहाने और कपड़ा धोने के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पानी के लिए एक डेढ़ किलोमीटर कोयल नदी का चक्कर लगाना पड़ रहा है।

निराकरण की लगाई गुहार

समाजसेवी अनवारुल अंसारी उर्फ अनु, आजसू पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष मुमताज अंसारी, ओबीसी मोर्चा जिला उपाध्यक्ष पीताम्बर साहू ने कहा कि जोजरो में पानी की भारी समस्या है। उन्‍होंने सरकार से जल्द से जल्द इसका निराकरण कराने की गुहार लगा है।

डीसी ने दिया है ये निर्देश

प्रखंडों में खराब पड़े चापाकल, जलमीनार व अन्य जलापूर्ति योजनाओं की मरम्मत 15 दिन में कराने के निर्देश उपायुक्‍त डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्‍ण ने दिए हैं। उन्‍होंने 24 मार्च को जिला स्तरीय पदाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारियों के साथ विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक की थी। उन्‍होंने उक्‍त आदेश उसी में दिए थे।