नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूक्रेन संकट पर रूस या यूक्रेन में किसी एक को चुनने पर भारत की कथित चुप्पी पर उठ रहे सवाल का जवाब दिया है। जयशंकर इस समय फ्रांस के दौरे पर हैं। पेरिस में केजयशंकर ने कहा कि यूक्रेन को लेकर जो मौजूदा स्थिति है, उसकी जड़ें सोवियत संघ के विघटन के बाद की राजनीति, नेटो के विस्तार के साथ-साथ रूस और यूरोप के बीच के संबंधों में भी हैं।
फ्रांसीसी अखबार ला फिगारो के साथ इंटरव्यू में जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन की मौजूदा स्थिति पिछले 30 सालों के दौरान परिस्थितियों की एक जटिल शृंखला का नतीजा है और अधिकतर देश इसका कूटनीतिक समाधान चाह रहे हैं। ये पूछे जाने पर कि भारत ने यूक्रेन से लगी सीमा पर रूसी सैनिकों के जमावड़े की निंदा क्यों नहीं की है?
इस पर जयशंकर ने कहा कि असली सवाल ये है कि क्या आप अच्छा समाधान चाहते हैं या फिर आप अपने रुख से ही संतुष्ट हैं? जयशंकर ने कहा कि भारत अन्य देशों के साथ रूस से बात कर सकता है। साथ ही सुरक्षा परिषद के अंदर भी चर्चा कर सकता है।