नई दिल्ली। वैक्सीन खोजे जाने के बावजूद कोविड-19 का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। वजह यह है कि कोरोना का वायरस नए-नए वेरिएंट में कभी ओमिक्रॉन तो कभी डेल्टाक्रान बनकर लोगों को संक्रमित कर रहा है। वैज्ञानिकों ने वायरस की इस चालाकी का जवाब ढूंढने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है.
वे अब दवा की बजाय एक बैक्टीरिया की मदद से कोविड-19 को मात देने की कोशिश कर रहे हैं. शुरुआती रिसर्च में जो नतीजे मिले हैं, उसके मुताबिक कोविड-19 से जूझने वाले मरीजों में बैक्टीरिया कोरोनाइ वायरस के असर को मात देगा और रिकवरी को तेज करेगा.
जर्नल गट माइक्रोब्स में प्रकाशित एक रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक खास तरह के सूप और कैप्सूल (Probiotic Capsule) के जरिए शरीर में गट बैक्टीरिया (Gut Bacteria) की संख्या को बढ़ाकर कोविड-19 रिकवरी को तेज किया जा सकता है.
बता दें कि ऐसे बैक्टीरिया (Bacteria) जो शरीर को फायदा पहुंचाते हैं उन्हें चिकित्सा विज्ञान की भाषा में गट बैक्टीरिया (Gut Bacteria) कहते हैं. गट बैक्टीरिया से कोविड-19 की रिकवरी में तेजी लाने के लिए वैज्ञानिकों ने कोविड से जूझने वाले 16 से 60 साल की उम्र वाले 300 मरीजों पर रिसर्च की.
प्रयोग के तहत 50 फीसदी मरीजों को प्रो-बायोटिक कैप्सूल दिया गया. 50 फीसदी का सामान्य इलाज चला. रिसर्च रिपोर्ट में सामने आया कि जिन 50 फीसदी यानी 147 मरीजों को प्रो-बायोटिक कैप्सूल दिया गया था उनमें एक महीने के अंदर लक्षण पूरी तरह से दिखना बंद हो गए थे.
शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन मरीजों को Probio7 AB21 सप्लिमेंट दिया गया था. इसमें गट बैक्टीरिया के 4 स्ट्रेन थे. इनमें से 3 लैक्टोबेसिलस बैक्टीरिया थे. दूसरी ओर, जिन 50 फीसदी यानी 147 मरीजों को प्रो-बायोटिक कैप्सूल दिया गया था उनमें एक महीने के अंदर लक्षण पूरी तरह से दिखना बंद हो गए थे.
शोधकर्ताओं के मुताबिक, मरीजों को Probio7 AB21 सप्लिमेंट दिया गया था. इसमें गट बैक्टीरिया के 4 स्ट्रेन थे. इनमें से 3 लैक्टोबेसिलस बैक्टीरिया थे. इस रिपोर्ट के आधार पर शोधकर्ताओं का कहना है कि कैप्सूल की मदद से सही मात्रा में गट बैक्टीरिया को शरीर में पहुंचाने पर यह शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता यानी इम्युनिटी बढ़ाता है.