उत्तर प्रदेश। प्रयागराज के होलागढ़ ब्लाक के चाइल्ड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट ऑफीसर (CDPO) राम जनम यादव बच्चों के लिए आया एक ट्रक सूखा राशन बेचकर खा गए। उन पर 26.98 लाख रुपए का राशन बेचने का आरोप लगा था।
जिलाधिकारी संजय खत्री ने इस आरोप की जांच बैठाई थी, जिसकी रिपोर्ट आ गई है। इस जांच में सीडीपीओ दोषी करार पाए गए हैं। जिलाधिकारी ने कार्रवाई के लिए जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी है। पूछताछ में सीडीपीओ ने अपना जुर्म कबूल किया है और बताया कि उसने थाने में बंद रिश्तेदार को छुड़ाने के लिए राशन बेचा है।
होलागढ़ ब्लाक में तैनात सीडीपीओ रामजनम यादव पर बच्चों के लिए आए राशन को गोदाम से ही गायब कर बेचने का आरोप लगा था। आरोप था कि सीडीपीओ ने बच्चों के लिए आया राशन प्रतापगढ़ में एक व्यापारी को बेच दिया था। मामले की शिकायत जिलाधिकारी से की गई तो उन्होंने डीपीओ पंकज कुमार मिश्र को इस मामले की जांच कर 1 सप्ताह में रिपोर्ट देने का आदेश दिया था। लगभग 3 दिन तक चली जांच में सभी आरोप सही पाए गए। पंकज मिश्र ने जिलाधिकारी को सोमवार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने दैनिक भारत 24.com बताया कि जांच रिपोर्ट में सीडीपीओ पर लगे आरोप सही पाए गए हैं। आगे की कार्रवाई के लिए जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। जांच टीम ने सीडीपीओ राम जनम यादव से पूछताछ शुरू की तो पहले उन्होंने अधिकारियों को इधर-उधर बरगलाना शुरू किया।
अधिकारियों ने जब राशन बेचने के पुख्ता प्रमाण दिए तो वह कुछ बोल नहीं पाए। जब इस गोलमाल का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि उनका एक रिश्तेदार थाने में बंद था, जिसे बचाने के लिए उन्हें पैसों की सख्त जरूरत थी। मेरे पास पैसे नहीं थे इसलिए मैंने बच्चों का राशन बेच दिया।