
पटना। शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार एवं बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने 1 जनवरी, 2022 से सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए ‘100 दिवसीय पठन अभियान’ आयोजित किया था। इसकी सफलता के लिए टीचर्स ऑफ बिहार पठन-प्रवाह प्रतियोगिता आयोजन किया है।
टीचर्स ऑफ बिहार के फाउंडर सह पटना के शिक्षक शिव कुमार ने कहा कि इस प्रतियोगिता में दो प्रकार की गतिविधि को शामिल किया गया है। पहली गतिविधि में ‘एकल कहानी पठन’ के अंतर्गत विद्यालय में पढ़ने वाले, वैसे बच्चे शामिल होंगे जो अपनी कक्षा के पाठ में शामिल कहानी को धारा प्रवाह पढ़ पाते हैं। दूसरी गतिविधि ‘सामूहिक कविता पठन’ के अंतर्गत विद्यालय में पढ़ने वाले, वैसे बच्चें शामिल होंगे जो पांच से अधिक बच्चों के समूह में सस्वर कविता का पाठ करते हैं।
टीचर्स ऑफ बिहार के फेसबुक टीम लीडर और अररिया के शिक्षक सत्यनारायण साह ने कहा कि इस प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए टीम द्वारा कुछ नियम व शर्तें निर्धारित की गई है। इसके अनुसार शिक्षकों को अपने विद्यालय के प्रतिभागी बच्चों की गतिविधि के अनुसार उनके वीडियो को मोबाइल में रिकॉर्ड करना होगा। उन्हें टीचर्स ऑफ बिहार के फेसबुक ग्रुप लिंक https://www.facebook.com/groups/teachersofbihar पर पोस्ट करना होगा।

वीडियो पोस्ट करते वक्त कैप्शन में बच्चों, विद्यालय, प्रखंड और जिला का नाम अंग्रेजी में लिखते हुए पहली गतिविधि के लिए हैशटैग #एकलपठन एवं #पठनप्रवाह और दूसरी गतिविधि के लिए हैशटैग #सामूहिककवितापठन एवं #पठनप्रवाह लगाना होगा। बिना हैशटैग के ग्रुप में पोस्ट किए गये वीडियो को प्रतियोगिता में शामिल नहीं किया जाएगा।
टीचर्स ऑफ बिहार के टेक्निकल टीम लीडर शिवेंद्र प्रकाश सुमन ने कहा कि एकल कहानी पठन में चयनित बच्चों के उत्कृष्ट वीडियो को व्यक्तिगत प्रमाण-पत्र और सामूहिक कविता पठन में चयनित विद्यालय परिवार के उत्कृष्ट वीडियोज को सामूहिक प्रमाण-पत्र टीचर्स ऑफ बिहार की तरफ से प्रदान किया जाएगा। इस पठन-प्रवाह प्रतियोगिता से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए शिक्षक टीचर्स ऑफ बिहार की वेबसाइट www.teachersofbihar.org पर विजिट कर सकते हैं।
उक्त जानकारी टीचर्स ऑफ बिहार के प्रदेश प्रवक्ता एवं अररिया के शिक्षक रंजेश कुमार एवं प्रदेश मीडिया संयोजक और पूर्वी चम्पारण के शिक्षक मृत्युंजय ठाकुर ने संयुक्त रूप से दी।