केएल सहगल के निधन की खबर सुनते ही दुकान में लौटा दिया था नया रेडियो

देश
Spread the love

दैनिक भारत 24.com विशेषः

भारत की सुर साम्राज्ञी कही जाने वाली लता मंगेशकर को बचपन में लता को रेडियो सुनने का बड़ा शौक था। इस रेडियो पर गीत सुनकर ही उनमें गाने की लगन पैदा हुई थी। लता जी की युवा अवस्‍था का एक अजब किस्‍सा रेडियो से जुड़ा हुआ है।

दरअसल, जब वह 18 वर्ष की थी तब उन्होने अपना पहला रेडियो खरीदा और जैसे ही रेडियो ऑन किया तो के.एल.सहगल की मृत्यु का समाचार उन्हें प्राप्त हुआ। बाद में उन्होंने वह रेडियो दुकानदार को वापस लौटा दिया।  लता को अपने घर में केवल केएल सहगल के गीत गाने की अनुमति मिली थी। उनकी यह ख्वाहिश थी कि वह सहगल से मुलाकात करें, लेकिन उनकी ये हसरत पूरी नहीं हो सकी। 

इसके अलावा उन्‍हें बचपन के दिनों में साइकिल चलाने का काफी शौक था, जो पूरा नहीं हो सका। साइकिल तो वह कभी नहीं चला सकीं, पर उन्होंने 8000 रुपये में अपनी पहली कार करियर के शुरुआती दिनों में ही खरीद ली थी। यूं तो गायन से जुड़े लोग मसालेदार खाने से परहेज करते हैं, पर लता को मसालेदार व चटपटा भोजन करने का शौक था।

एक इंटरव्‍यू में उन्‍होंने बताया था कि वे  दिन में वह तकरीबन 12 मिर्च खा जाती हैं। उनका कहना था कि मिर्च खाने से गले की मिठास बढ़ जाती है। लता जब हेमंत कुमार के साथ गाने गाती थीं तो अपने छोटे कद के कारण उन्हें ‘स्टूल’ का सहारा लेना पड़ता था, क्‍योंकि हेमंत कुमार उनसे काफी लंबे थे। लता जी महज एक दिन के लिए स्कूल गईं थीं। इसकी वजह यह रही कि जब वह पहले दिन अपनी छोटी बहन आशा भोसले को स्कूल लेकर गई तो अध्यापक ने आशा भोसले को यह कहकर स्कूल से निकाल दिया कि उन्हें भी स्कूल की फीस देनी होगी। 

बाद में लता ने निश्चय किया कि वह कभी स्कूल नहीं जाएंगी। हालांकि बाद में उन्हें न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी सहित छह विश्वविद्यालयों ने मानक उपाधि से नवाजा।