दैनिक भारत 24.com विशेषः
स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन से देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया दुखी है। 92 साल की उम्र में लता मंगेशकर ने अंतिम सांस ली है। उनके निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी समेत कई दिग्गज नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शोक व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘ लता जी का निधन मेरे लिए, दुनियाभर के लाखों लोगों के लिए हृदयविदारक है। ”स्वरकोकिला लता मंगेशकर के साथ अपनी चित्र साझा करते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि भारत रत्न लता जी की उपलब्धियां अतुलनीय हैं।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि मैं शब्दों की पीड़ा से परे हूं। दयालु और सबकी परवाह करने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गईं। लता दीदी के जाने से देश में एक ऐसा खालीपन हुआ है, जिसे भरा नहीं जा सकता है। आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद रखेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मंत्रमुग्ध करने की अद्भुत क्षमता थी।
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘मैं खुद को सौभाग्यशाली समझता हूं कि समय-समय पर मुझे लता दीदी का स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त होता रहा। अपने अतुलनीय देशप्रेम, मधुर वाणी और सौम्यता से वो सदैव हमारे बीच रहेंगी। उनके परिजनों व असंख्य प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. ॐ शांति शांति।’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, ‘स्वर कोकिला’ लता मंगेशकर जी के निधन से भारत की आवाज़ खो गई है। लताजी ने आजीवन स्वर और सुर की साधना की। उनके गाये हुए गीतों को भारत की कई पीढ़ियों ने सुना और गुनगुनाया है। उनका निधन देश की कला और संस्कृति जगत की बहुत बड़ी क्षति है। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कू किया, ‘देश की शान और संगीत जगत की शिरमोर स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी का निधन बहुत ही दुखद है। पुण्यात्मा को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। उनका जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है। वे सभी संगीत साधकों के लिए सदैव प्रेरणा थीं।’