नई दिल्ली। दिल्ली के सीमापुरी में एक घर से मिले इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस ने जो IED बरामद किया है, वह मिलिट्री ग्रेड IED है। इसका इस्तेमाल बड़ी-बड़ी खदानों में विस्फोट करने के लिए होता है और इसे राज्य की अनुमति के बाद ही मुहैया कराया जा सकता है।
वहीं, NSG और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जब इस IED को एक पार्क में डिफ्यूज किया तो जोरदार आवाज आई। शुरुआती फॉरेंसिक जांच में IED में मिलिट्री ग्रेड RDX का इस्तेमाल होने की बात सामने आई है। गुरुवार को बरामद किया गया IED निष्क्रिय है। इसका उपयोग करने की अनुमति केवल राज्य को है। दिल्ली पुलिस फिलहाल इस बात की जांच कर रही है कि ये विस्फोटक देश में कैसे लाया गया।
अधिकारियों को संदेह है कि IED को सीमा पार से राजस्थान, कश्मीर या पंजाब के रास्ते चुपचाप भारत लाया गया होगा। दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने बताया कि जांच में सामने आया है कि IED सार्वजनिक स्थानों पर विस्फोट करने के लिए तैयार किए गए थे।
दिल्ली के सीमापुरी इलाके में एक खाली घर से IED बरामद किया गया था। स्पेशल सेल घर में रहने वालों किराएदारों को ढूंढने की कोशिश कर रही है। घर के मालिक हाशिम ने 2 महीने पहले प्रॉपर्टी डीलर शमीम उर्फ शानू के जरिए दूसरी मंजिल 2 लोगों को किराए पर दी थी।