नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच RTPCR टेस्ट से बचने के लिए लोग सेल्फ टेस्टिंग किट का तेजी से इस्तेमाल कर रहे हैं। दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में अचानक से सेल्फ टेस्टिंग किट की डिमांड बढ़ गई है। रोजाना लगभग 5 से 10 हजार किट की बिक्री हो रही है। महज 15 मिनट में इस किट से रिजल्ट सामने आ जाते हैं कि आप कोरोना पॉजिटिव हैं या नहीं?
अभी ये सेल्फ किट तीन कंपनी बना रही हैं. दो कंपनियों ने इसकी कीमत 250 रुपये और 320 रुपये रखी है। हालांकि, सेल्फ टेस्टिंग किट डॉक्टर और सरकार दोनों के लिए लगातार परेशानी बढ़ाता जा रहा है। आई एम ए के डॉक्टर डॉ अनिल गोयल का कहना है कि सेल्फ टेस्टिंग किट का इस्तेमाल करना बेहद खतरनाक हो सकता है। सबसे पहले सेल्फ किट का इस्तेमाल सही तरीके से किया है या नहीं किया है।
कई बार उसमें फॉल्स नेगेटिव भी आता है तो हो सकता है कि आपकी डिजीज पॉजिटिव हो, आपको डॉक्टर की जरूरत हो, आपको आरटीपीसीआर कराने की जरूरत है, खास तौर पर सिंप्टोमेटिक मरीजों को। अगर आप नहीं दिखा रहे हैं यानी रिस्क लिया तो आप लेट स्टेज में अस्पताल में एडमिट होंगे, जो कि जान को खतरा है।