चिल्ला-चिल्लाकर पढ़ाती थी शिक्षिका, यूनिवर्सिटी ने नौकरी से निकाला, कोर्ट ने 1 करोड़ का मुआवज़ा दिलाया

दुनिया
Spread the love

इंग्लैंड। एक अच्छा टीचर वो होता है, जो छात्रों को अच्छी तरह पढ़ा सके और ज़रूरत पड़ने पर अपनी आवाज़ तेज़ भी कर सके। अब इसका मतलब ये नहीं है कि क्लास में शिक्षक चिल्ला-चिल्लाकर बात करे। इंग्लैंड के एक्सेटर यूनिवर्सिटी की एक शिक्षिका को अपनी नौकरी से सिर्फ इसलिए हाथ धोना पड़ा, क्योंकि वो छात्रों से तेज़ आवाज़ में बात करती थी। डॉक्टर एनेट प्लॉट नाम की 59 साल की शिक्षिका ब्रिटेन की एक्सेटर यूनिवर्सिटी में पिछले 29 साल से पढ़ा रही थीं। फिजिक्स विषय की टीचर को अचानक ही उनकी नौकरी से निकाल दिया गया था।

इस मामले में उन्होंने कोर्ट जाकर यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ शिकायत कर दी कि उन्हें इसलिए नौकरी से निकाला गया है क्योंकि वो क्लास में चिल्ला-चिल्लाकर पढ़ाती थीं। Daily Star की रिपोर्ट के मुताबिक यूनिवर्सिटी ने अपने बचाव में कहा है कि उन्होंने शिक्षिका को तेज़ आवाज़ की वजह से नहीं बल्कि पीएचडी के दो छात्रों के साथ बुरा बर्ताव था। डॉक्टर एनेट को नौकरी से निकालने से पहले 2 बार सस्पेंड किया जा चुका था। उनका कहना है उन्हें इसी की वजह से तनाव और डिप्रेशन हुआ था। वे हर हाल में अपनी नौकरी वापस पाना चाहती हैं।

कोर्ट ने उनकी दलील को मानते हुए इस मामले पर 17 जनवरी को फैसला देते हुए उन्हें 1 करोड़ रुपये का मुआवज़ा देने का आदेश सुनाया।