- टाटा समूह ने संभाला एयर इंडिया का प्रबंधन और नियंत्रण
मुंबई। आपका ‘टाटा एयरलाइंस’ में स्वागत है। अब एयर इंडिया के विमानों में आपको यही शब्द सुनने को मिलेंगे। टाटा समूह को एयर इंडिया का आधिकारिक हैंडओवर मिल गया। कंपनी ने 27 जनवरी से एयर इंडिया का प्रबंधन और नियंत्रण संभाला।
निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने बताया कि एयर इंडिया का रणनीतिक विनिवेश लेनदेन आज सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इसमें प्रबंधन नियंत्रण के साथ एयर इंडिया के 100% शेयरों को टैलेस प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित किया गया। सामरिक भागीदार के नेतृत्व में एक नए बोर्ड ने एयर इंडिया का कार्यभार संभाला। एयर इंडिया अब सरकार के अधीन नहीं रहा।
जानकारी हो कि सरकार ने 8 अक्टूबर, 2021 को एयर इंडिया के टाटा समूह के होने की घोषणा की थी। कंपनी ने सबसे ज्यादा 18,000 करोड़ रुपये की बोली लगाई है। नागर विमानन मंत्रालय के सचिव राजीव बंसल और दीपम सचिव तुहिन कुमार पांडे ने इसकी जानकारी दी थी।
जानकारी हो कि टाटा समूह ने ही अक्टूबर 1932 में टाटा एयरलाइंस के नाम से एयर इंडिया की शुरुआत की थी। भारत सरकार ने 1953 में इसे अपने अधिकार क्षेत्र में ले लिया था। सरकार का सौदा पक्का होने से 67 साल बाद विमानन कंपनी का संचालन टाटा फिर से कर सकेगी।
लगातार घाटे में चल रहे एयर इंडिया को बेचने की प्रक्रिया जनवरी, 2020 में ही शुरू हुई थी। कोरोना के कारण इसमें देरी हुई। अप्रैल, 2021 में सरकार ने एक बार फिर योग्य कंपनियों से बोली लगाने को कहा। 15 सितंबर बोली लगाने का आखिरी दिन था।