गिरिडीह। झारखंड के गिरिडीह जिले से नक्सलियों के तांडव की एक और बड़ी खबर आयी है। प्रतिरोध दिवस के दूसरे दिन गिरिडीह में माओवादियों ने जमकर उत्पात मचाया। शनिवार की देर रात एक तरफ माओवादियों के एक दस्ते ने पहले मुफ्फसिल थाना इलाके में बराकर नदी पर बने पुल के हिस्से को उड़ाया। वहीं दूसरी तरफ जिला मुख्यालय से महज सात किलोमीटर दूर मुफ्फसिल थाना इलाके के बाबा दुखिया महादेव धाम में 25 करोड़ की लागत से बने ग्रामीण पेयजलापूर्ति योजना पर भी धावा बोला। घटना की पुष्टि इलाके के मुखिया प्रतिनिधि दिलीप उपाध्याय और ठेकेदार उपेंद्र शर्मा ने भी किया।
जानकारी के अनुसार देर रात 12 बजे करीब 20 की संख्या में आये हथियारबंद माओवादियों ने दुखहरन नाथ धाम में पेयजलापूर्ति योजना की पानी टंकी के पास लगे 200 केवीए के ट्रांसफर को विस्फोटक लगाकर उड़ा दिया। हालाकि यहां माओवादियों ने कोई पर्चा तो नहीं छोड़ा, लेकिन योजनास्थल पर मौजूद कर्मी अमन कुमार और बसंत तांती की मानें, तो माओवादियों ने निजी सिक्योरिटी गार्ड समेत तीनो कर्मियों के साथ मारपीट की और तीनों के मोबाइल भी लूट लिये। लिहाजा, माना यही जा रहा है कि घटना को नक्सलियों ने ही अंजाम दिया है।
वहीं रविवार की सुबह घटना की जानकारी मुफ्फसिल थाना पुलिस के साथ औद्योगिक क्षेत्र के महतोडीह पुलिस पिकेट को मिला। ठेकेदार उपेंद्र शर्मा की मानें, तो घटना के बाद औद्योगिक क्षेत्र के गादी श्री रामपुर, उदनाबाद, मंझलाडीह समेत कई गावों में पेयजलापूर्ति ठप हो गई है। इससे पहले भी इस इलाके में नक्सलियों ने कई बार ऐसी घटना को अंजाम दे चुके हैं।