मोर्चा ने सचिव को भेजा सुझाव, स्‍कूल बंद कर ऑनलाइन क्‍लास की वकालत

झारखंड
Spread the love

रांची। झारखंड प्रदेश शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने ओमिक्रोम के बढ़ते प्रसार को देखते हुए एहतियातन स्कूलों को बंद करने का सुझाव दिया है। बच्चों को ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाने पर बल दिया है। मोर्चा के संयोजक मंडल के विजय बहादुर सिंह एवं मीडिया प्रभारी अरुण कुमार दास इस संबंध में आपदा प्रबंधन सचिव को पत्र लिखा है।

मोर्चा ने सचिव को भेजे पत्र में अपर मुख्य स्‍वास्‍थ्‍य सचिव के पत्र का हवाला दिया है। कहा है कि विगत वर्ष कोरोना की लहर से राज्य के सभी लोग प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से प्रभावित हुए हैं। ऐसे में तीसरी लहर की विकरालता से बचाव करना राज्य के लिए चुनौती है।

झारखंड में क्लास 6 से 12 तक में पठन पाठन सुबह 8 से 12 तक स्कूल में निरंतर चल रहा है। वर्तमान में शीतलहर के दौरान बच्चे, अभिभावक एवं शिक्षक राज्य के शहरी क्षेत्र से लेकर सुदूर दुर्गम ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों में स्थित विद्यालयों में प्रतिकूल परिस्थिति में पठन-पाठन का कार्य कर रहे हैं। यह व्यवहारपरक नहीं है।

वर्तमान में कोरोना संक्रमण काल में राज्य के शिक्षकों को छोड़कर अन्य कर्मचारी एवं पदाधिकारी के लिए बायोमेट्रिक अटेंडेंस दर्ज करने की बाध्यता नहीं है। यह जानते हुए भी कि बायोमेट्रिक अटेंडेंस बनाने के क्रम में किसी शिक्षक के संक्रमित होने पर विद्यालय के बच्चे, शिक्षक एवं अभिभावक तक के संक्रमित होने की प्रबल आशंका बन जाएगी। ऐसी प्रतिकूल परिस्थितियों में शिक्षकों को बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज कराने की बाध्‍यता राज्य में कोरोना संक्रमण की सामुदायिक प्रसार को बढ़ावा देने जैसा कदम साबित होगा। इसपर तत्काल विचार कर उचित निर्णय लिया जाना अपेक्षित है।

मोर्चा ने कहा कि कोरोना के निर्धारित मानक एवं मानदंडों के साथ तीसरी लहर की भयावहता को देखते हुए वर्तमान में संचालित ऑफलाइन कक्षा को तत्काल स्थगित करते हुए पूर्णरूपेण ऑनलाइन माध्यम से कक्षा का पुनः प्रारंभ किया जाना अधिक सुरक्षित कदम होगा।