- स्वास्थ्य मंत्री और सचिव से मिलकर लगाएंगे गुहार
रांची। कोरोना जांच (RTPCR/RAT) की दर घटाने का इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की झारखंड कमेटी ने विरोध किया है। रांची के करमटोली स्थित आईएमए भवन में 23 जनवरी को एक मीटिंग हुई। इसमें डॉ प्रदीप कुमार सिंह, डॉ बीपी कश्यप, डॉ आरएस दास, डॉ बिमलेश सिंह, डॉ शंभू प्रसाद सिंह, डॉ राजेश कुमार, डॉ भारती कश्यप, डॉ ब्यूटी बनर्जी, डॉ अजीत कुमार, डॉ राकेश ठाकुर, डॉ राकेश शरन, पूजा सहाय, डॉ शिप्रा शरण भी मौजूद थे।
डॉक्टरों ने कहा कि सरकार द्वारा बिना स्टेकहोल्डर से बात किए हुए एकतरफा RTPCR /RAT जांच की दर में बदलाव किया गया। इसका सभी ने विरोध किया। प्राइवेट लैब संचालकों ने कहा कि जांच की लागत RTPCR के लिए 400 रुपये से ज्यादा है। ऐसी स्थिति में 300 रुपये में जांच करना संभव नहीं है। यह निर्णय हुआ की स्वास्थ्य मंत्री एवं स्वास्थ्य सचिव से मिलकर आईएमए के नेतृत्व में संचालक अपनी बातों को रखेंगे। न्याय करने की गुहार लगाएंगे।
लातेहार की चिकित्सक डॉ नीलिमा के अपहरणकर्ताओं को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की की मांग की गई। इसपर वूमेंस डॉक्टर्स विंग की अध्यक्ष डॉ भारती कश्यप ने बताया कि आईएमए का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को डीजीपी से मिलकर जल्द अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी की मांग करेगा।
कोविड-19 में काम करते हुए मरने वाले प्राइवेट और सरकारी डॉक्टरों को उचित मुआवजा दिलाने पर चर्चा की गई। सदस्यों ने कहा कि हमारे कोरोना योद्धाओं के देहांत के बाद सरकार की तरफ से किसी भी तरह की आर्थिक मदद नहीं दी गई है। इससे चिकित्सा बिरादरी अपने आप को हतोत्साहित और ठगा हुआ महसूस कर रहा है।
इस मामले पर राज्य और रांची IMA स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर मृतक डॉक्टर के परिजनों को मुआवजा जल्द से जल्द देने की मांग करेगा। उनका कहना था कि इससे भविष्य में कभी भी जरूरत पड़ने पर चिकित्सक अपना सौ फीसदी देने से पीछे नहीं हटेंगे।