मुंबई। देश से विदेशों तक में भारतीय संगीत का लोहा मनवा चुके आस्कर विनर एआर रहमान का आज जन्मदिन है। वह आज बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। इतना ही नहीं रहमान को कई नेशन और इंटरनेशनल अवॉर्ड के साथ दुनिया का सबसे प्रसिद्ध ऑस्कर अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है। रहमान का जन्म 6 जनवरी 1966 को तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में हुआ था। रहमान के पिता राजगोपाल कुलशेखर (आर. के. शेखर) मलयालम फिल्मों में संगीतकार थे और उन्हें संगीत विरासत में मिला है।
रहमान 9 साल के थे, जब उनके पिता का देहांत हुआ था। पिता के जाने के बार घर के हालात ऐसे हो गए कि उन्हें घर में रखे वाद्ययंत्र तक बेचने पड़े थे। ए.आर. रहमान का पूरा नाम ‘अल्लाह रखा रहमान’ है। रहमान का असली नाम दिलीप कुमार था। रहमान और उनकी मां हिंदू होते हुए भी उन्हें सूफी संत पीर करीमुल्लाह पर पूरा भरोसा करते थे। रहमान की बायोग्राफी ‘द स्पिरिट ऑफ़ म्यूजिक’ के मुताबिक, एक ज्योतिष की सलाह पर रहमान ने अपना नाम बदला था। कहा ये भी जाता है कि एक बार रहमान की बहन की बहुत तबियत खराब हो गई थी। उन्होंने हर जगह बहुत मिन्नतें मांगी। फिर एक मस्जिद में दुआ करने गए और ये दुआ रंग लाई। रहमान इस बात से प्रभावित हुए और उन्होंने अपना धर्म बदल लिया।
ए आर रहमान ने 1991 में अपना खुद का म्यूजिक रिकॉर्ड करना शुरु कर दिया था। उन्हें फिल्म डायरेक्टर मणिरत्नम ने अपनी फिल्म रोज़ा में संगीत देने का न्यौता दिया। फिल्म म्यूजिकल हिट रही और पहली फिल्म में ही रहमान ने फिल्मफेअर जीता। 25 साल की उम्र में रहमान खुद को बेहद असफल मानते थे और रोज आत्महत्या के बारे में सोचते थे। रहमान ने 1991 में देश की आजादी की 50 वीं वर्षगाँठ पर “वंदे मातरम्” एलबम बनाया, जो जबर्दस्त सफल रहा। उन्होंने दुनिया के मशहुर डांसर और सिंगर माइकल जैक्सन के साथ मिलकर उन्होंने स्टेज शो किए।
ए आर रहमान ने अब तक करीब 150 से ज्यादा गानों में अपना संगीत दिया है। उनकी सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में ‘रंगीला’, ‘रोजा’, ‘बॉम्बे’, ‘दिल से’, ‘लगान’ और ‘ताल’ शामिल है। ‘जोधा अकबर’, ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ और ‘दिल्ली 6’ में भी संगीत दिया। रहमान गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय हैं। वह ऐसे पहले भारतीय भी हैं, जिन्होंने ब्रिटिश भारतीय फिल्म ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ में उनके संगीत के लिए तीन ऑस्कर नॉमिनेशन हासिल हुआ। वहीं साल 2000 में पद्मश्री और 2010 में पद्म विभूषण से नवाजा जा चुका है। रहमान अबतक लगभग 130 से भी ज्यादा अवार्ड्स अपने नाम कर चुके हैं।