रांची। झारखंड में कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव ने पार्टी के सारे पदों से अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा कि उनके पिता और स्वर्गीय इंदिरा गांधी के कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री रहे कार्तिक उरांव, पूर्व सांसद और राजीव गांधी कैबिनेट में पूर्व केंद्रीय मंत्री और उनकी मां सुमति उरांव ने कांग्रेस की काफी दिनों तक सेवा की। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि आदिवासी समुदाय की अनदेखी कर रही है और आदिवासियों के हित को लेकर किसी तरह का कोई कदम कांग्रेस नहीं उठा रही है।
अपने नीति-सिद्धांत से अलग हटकर काम कर रही है और आदिवासियों के हितों को लेकर किसी तरह का कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पांचवीं अनुसूची की लड़ाई भी नहीं लड़ी जा रही है और स्थानीय भाषाओं को लेकर भी पार्टी का स्टैंड ठीक नहीं है।
स्थानीय नीति और भाषा विवाद को लेकर उठे मामलों के प्रति पार्टी की स्पष्ट नीति नहीं होने पर भी विरोध जताया। गीताश्री उरांव के पति आइपीएस डॉ अरुण उरांव भाजपा में है। भाजपा में आने के पूर्व वे भी कांग्रेस में थे।