भाकपा माओवादी संगठन का पूर्व सक्रिय सदस्य सुशील गिरफ्तार

झारखंड
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विवेक चौबे

गढ़वा। झारखंड के गढ़वा के पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार झा के निर्देश पर सभी थानों में अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर रविवार को अभियान चलाया गया। इस क्रम में गुप्त सूचना मिली कि 12 वर्षों तक भाकपा माओवादी संगठन के सक्रिय सदस्य रहे और माओवादी के शीर्ष नेता प्रशांत बोस एवं अरविंद के सहयोगी रह चुके सुशील कुमार राम उर्फ रितेश उर्फ नितेश कांडी थाना क्षेत्र में रहकर अपने संगठन को मजबूत कर रहा है। इसकी गिरफ्तारी 30 जनवरी को नाऊभीलमा गांव से की गई।

वह लगातार लेवी के लिए सड़क निर्माण करने वाली कंपनियों, ईंट भट्ठा मालिक और क्रशर संचालक को परेशान कर रहा था। कभी भी बड़ी घटना को अंजाम भी दे सकता है। उक्त अपराधी वर्तमान में भारतीय पब्लिक कम्युनिस्ट पार्टी के नाम से एक आपराधिक संगठन बनाकर अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहा था। सुशील कुमार राम उर्फ रितेश उर्फ नितेश इस संगठन का सुप्रीमो था। पूर्व में संगठन द्वारा धुरकी थाना क्षेत्र अंतर्गत सड़क निर्माण कर रही कंपनी की गाड़ियों को 25 जुलाई, 2021 को आगजनी की गई था। इसी तरह 25 जून, 2021 को सड़क निर्माण कंपनी के साइट इंजीनियर का अपहरण किया था।

पूर्व में उक्त संगठन से संबंधित अपराधी खुस्तर अंसारी, नीतीश कुमार यादव, उपेंद्र सिंह, सैयद हुसैन, सूचित कुमार व चंद्रदेव गॉड को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। संगठन के सुप्रीमो की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा था। सुशील कुमार उर्फ रितेश उर्फ नितेश के क्षेत्र में होने की सूचना प्राप्त होने पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बंशीधर नगर के नेतृत्व में धुरकी थाना पुलिस और कांडी थाना पुलिस की संयुक्त टीम बनाकर छापामारी की गई। छापामारी कर सुशील कुमार उर्फ रितेश उर्फ नितेश के साथ उसके सहयोगी दशरथ राम को भी गिरफ्तार किया गया। सर्च करने पर कई हथियार व कारतूस भी बरामद किए गए।

गिरफ्तार सुशील कुमार राम उर्फ रितेश उर्फ नितेश ने पूर्व की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए बताया कि खुस्‍तर अंसारी सहित संगठन के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद उसके द्वारा संगठन को मजबूत करने के लिए लोगों को जोड़ने के साथ हथियार कारतूस व अन्य जरूरत के सामान इकट्ठा किए जा रहे थे। उसने यह भी बताया कि पूर्व में कई वर्षों तक भाकपा माओवादी में सक्रिय रहते हुए लातेहार और गढ़वा जिला अंतर्गत कई वारदातों में वह शामिल रहा है। लातेहार जिले के कटिया जंगल का चर्चित कांड में भी शामिल था। इसमें पुलिस के पेट में बम प्लांट किया गया था।

अपराधी के पास से एक काले रंग का देसी कट्टा व चार जिंदा कारतूस, दो बारह बोर का बंदूक व 10 पीस 12 बोर का गोली, चार पीस जंगली कैमफ्लेज पैंट्स, पांच पीस जंगली कैमफ्लेज टोपी, एक जोड़ा हरे रंग का कैमोप्लेज जूता, एक एंगल ग्राइंडर मशीन, एक जियो लाइफ काला रंग का फोन, जिसमें 1 सिम लगा हुआ, एक ब्लू रंग का इनफिक्स कंपनी का मोबाइल, एक काले रंग का एसीई कंपनी का कीपैड मोबाइल, एक मोटरसाइकिल बजाज (नंबर जेएच 14 C 0329), नकद 1400 रुपए और एक प्लास्टिक का नकली पिस्टल जब्त किया गया है।