पंजाब। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर दौरे के दौरान हुई चूक की जांच के लिए पंजाब सरकार ने उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया। कमेटी को तीन दिनों में रिपोर्ट देने को कहा गया है।
पंजाब सरकार के मुताबिक समिति में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मेहताब सिंह गिल, प्रमुख सचिव (गृह मामलों) और न्यायमूर्ति अनुराग वर्मा शामिल होंगे। समिति 3 दिन में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
जानकारी हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 जनवरी की सुबह भठिंडा पहुंचे थे। वहां से वे हेलीकॉप्टर से हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाने वाले थे। बारिश और खराब दृश्यता के कारण प्रधानमंत्री ने करीब 20 मिनट तक मौसम साफ होने का इंतजार किया।
मौसम में सुधार नहीं होने पर निर्णय लिया गया कि प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाएंगे, जिसमें दो घंटे से अधिक समय लगेगा। डीजीपी पंजाब पुलिस द्वारा आवश्यक सुरक्षा प्रबंधों की आवश्यक पुष्टि के बाद प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से यात्रा के लिए रवाना हुए।
हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर, जब प्रधानमंत्री का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा तब पाया गया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को अवरुद्ध कर दिया है। प्रधानमंत्री 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे। यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक मनाई गई थी। इसके बाद भठिंडा हवाई अड्डे पर वापस लौटने का निर्णय लिया गया।
गृह मंत्रालय (एमएचए) ने इस गंभीर सुरक्षा चूक का संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। राज्य सरकार को इस चूक की जिम्मेदारी तय करने और सख्त कार्रवाई करने के लिए भी कहा है।