आंध्र प्रदेश। आयकर विभाग ने तीन रियल एस्टेट डेवलपर्स के खिलाफ छापामारी और जब्ती अभियान चलाया। इस क्रम में 800 करोड़ रुपये की बेहिसाबी नकद लेन-देन का पता चला। ये डेवलपर्स कर्नूल शहर और आंध्र प्रदेश व तेलंगाना के अन्य इलाकों में भूमि विकास के साथ-साथ निर्माण गतिविधियों के व्यवसाय में संलग्न थे। छापामारी अभियान को कर्नूल, अनंतपुर, कडप्पा, नंदयाल और बेल्लारी आदि शहरों में स्थित दो दर्जन से अधिक परिसरों में संचालित किया गया।
अभियान के दौरान कई दोषी सिद्ध करने योग्य दस्तावेज जैसे; हस्तलिखित बही-खाता और समझौते आदि पाए गए और जब्त किए गए। इसके अलावा एक विशेष सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन के साथ-साथ अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से डिजिटल डेटा को भी जब्त किया गया है। इन कर निर्धारिती समूहों में से एक के मामले में पाया गया है कि यह एक सॉफ्टवेयर का उपयोग कर रहा है, जिसे बेहिसाब नकद प्राप्ति से संबंधित विवरणों को मिटाने और पंजीकृत बिक्री मूल्य के साथ मेल खाने वाले बिक्री को खाते की नियमित बही-खाते में दर्ज करने के लिए व्यवस्थित रूप से संशोधित किया गया था।
ये समूह संपत्तियों के पंजीकृत मूल्य से अधिक नकद स्वीकार करते पाए गए हैं। इस तरह की बेहिसाब नकदी का उपयोग भूमि की खरीद और अन्य खर्च को लेकर अवैध भुगतान के लिए किया जाता है।
अब तक इस छापामारी की कार्रवाई में 1.64 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी जब्त की गई है। इसके अलावा 800 करोड़ रुपये के बेहिसाबी नकद लेनदेन का भी पता चला है। छापेमारी 5 जनवरी, 2022 को की गई। आगे की जांच की प्रक्रिया प्रगति पर है।