3 साल के बेटे की आंखें की दान, बेटा नहीं रहा, पर उसकी आंखें देखेंगी दुनिया

अन्य राज्य देश
Spread the love

इंदौर। इंदौर के निपानिया के 3 साल के अयांश नारायण के माता-पिता ने उसकी आंखें दान कर दी है। अयांश को शुरुआत से ही दिल की बीमारी थी। इसे लेकर बंगलूरु में उसकी दो बार सर्जरी भी हो चुकी थी। बीते दो दिनों से उसे सर्दी-जुकाम था। उसे कल साँस लेने में परेशानी हुई तो परिजन अस्पताल लेकर गए, जहां थोड़ी देर बाद ही उसकी मौत हो गई।

अयांश के पिता विभाकर नारायण व मां रश्मि दोनों बैंक में जॉब करते हैं। अयांश परिवार का इकलौता बेटा था। बच्चे की मौत के बाद मां ने सब्र रखा और बच्चे की आंखें दान करने की इच्छा जाहिर की। जिसके बाद उन्होंने मुस्कान ग्रुप के सेवादार जितेंद्र बागानी व संदीपन आर्य से संपर्क किया।

बॉम्बे हॉस्पिटल के डॉ. अमित जोशी व एमके इंटरनेशनल आई बैंक के गोपाल सिरोके ने समन्वय किया और आंखें दान करने की प्रक्रिया पूरी कराई। बच्चे की मां का मानना है कि भले अयांश अब उनके बीच नहीं रहा, लेकिन उसकी आंखें किसी और की जिंदगी को रोशन करेंगी।