सुरक्षा और स्वास्थ्य पहल के लिए टाटा स्टील को किया सम्मानित

देश बिज़नेस मुंबई
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मुंबई। वर्ल्ड स्टील एसोसिएशन (वर्ल्डस्टील) ने टाटा स्टील को ’ऑक्यूपेशानल हेल्थ मैनेजमेंट’ की श्रेणी में सुरक्षा और स्वास्थ्य उत्कृष्टता पहल के लिए सम्मानित किया है। इस पहल में कंपनी की निर्माण इकाइयों में तैनात दो प्रौद्योगिकी संचालित नवीन अवधारणाएं -’पीओडी अवधारणा’ और ’डिजिटल कोविड सेफ्टी ट्रैक’ शामिल हैं। इन प्रयोगों ने कोविड-19 के खतरों को कम कर कार्यबल की सुरक्षा और व्यापार की निरंतरता सुनिश्चित की। इन्हें कोविड इम्पैक्ट सेंटर के माध्यम से तत्परता के साथ लागू किया गया था।

इस पुरस्कार पर टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (सेफ्टी हेल्थ एंड सस्टेनेबिलिटी) संजीव पॉल ने कहा, ‘वर्ल्डस्टील द्वारा ‘सेफ्टी ऐंड हेल्थ रिकॉनिशन 2021’ प्राप्त करना हमारे लिए सम्मान की बात है। टाटा स्टील में हमने कई टेक इनोवेशंस लागू किये हैं। त्वरित निर्णय की सहायता से कार्यबल की सुरक्षा और बिजनेस सस्टेनेबिलिटी को आगे बढ़ाने के लिए अपनी डिजिटल रूपांतरण यात्रा का लाभ उठाया है। यह सम्मान हमें उत्कृष्टता को आगे बढ़ाने और भविष्य के लिए तैयार करने के लिए प्रेरित करेगा।‘

बीते 18 नवंबर, 2021 को बेल्जियम के ब्रुसेल्स में सेफ्टी एंड हेल्थ कमेटी की बैठक के दौरान टाटा स्टील की ओर से नीरज सिन्हा, चीफ सेफ्टी, टाटा स्टील ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।

‘पीओडी या पॉड’ एक वर्कफोर्स मॉड्यूलराइजेशन अवधारणा है। इसने खास काम  करने के लिए ठेकेदारों समेत ऑपरेशन और मेंटेनेंस कर्मचारियों वाले आत्मनिर्भर समूहों का निर्माण किया। एक समूह में एक ही प्रकार के स्किल सेट वाले कर्मचारी होते हैं। यह अवधारणा प्रोटोकॉल के आधार पर बनायी गई है, अर्थात् प्रवेश-निकास नियम, शिफ्ट संचालन नियम और पॉड उल्लंघन नियम, जो इसके प्रमुख मार्गदर्शक सिद्धांतों का निर्माण करते हैं।

डिजिटल कोविड सेफ्टी ट्रैक्स ने रियल टाइम मॉनिटरिंग और स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग गाइडलाइंस के अनुपालन के माध्यम से कोविड-19 के प्रसार को सफलतापूर्वक रोकने का काम किया। ट्रैक को मोटे तौर पर तीन क्षेत्रों-रिस्क मिटीगेशन, रिस्क इंटेलिजेंस और कम्प्लाएंस में वर्गीकृत किया गया है। गेट पर कोविड-19 डिक्लेरेशन, रिस्क प्रोफाइलिंग और रिस्क डिटेक्शन नामक 14 डिजिटल ट्रैक्स में से तीन ने सामूहिक रूप से कंपनी के गेट में उच्च जोखिम वाले व्यक्ति के प्रवेश के खतरे को कम किया। कार्यस्थल पर उच्च जोखिम वाले मामलों की पहचान करने के लिए एक ‘प्रॉक्सीमिटी एनालाइसिस ट्रैक’ विकसित किया गया था।