- कुलपति ने आकस्मिक मजदूरों से की सीधी वार्ता
रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में कार्यरत आकस्मिक मजदूरों की समस्यायों के निराकरण के लिए शनिवार को आरएसी सभागार में कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने वरीय पदाधिकारियों संग मजदूरों से सीधी वार्ता की। मौके पर आकस्मिक मजदूरों के प्रतिनिधियों ने मजदूरों के नियमित वेतन, डीए बकाया, पीएफ में कटौती, मजदूरी का निर्धारण, मजदूरों के सत्यापन सहित विभिन्न समस्याओं को रखा।
मौके पर कुलपति ने कहा कि कोरोनाकाल के वैश्विक आपदा में भी मजदूरों के सहयोग रहा है। विश्वविद्यालय बहुत बड़ा परिवार है। सभी के सहयोग से ही विवि आगे बढ़ेगा। कठिनाई एवं समस्यों का समाधान होगा। राज्य सरकार भी विवि की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है। विवि को काफी सहयोग मिल रहा है।
कुलपति ने कहा कि आकस्मिक मजदूरों को पुराने विषयों के दोषारोपण को छोड़ भविष्य में सुधार के प्रति सोचना होगा। राज्य सरकार के प्रावधानों के तहत मजदूरों की समस्याओं के समाधान की दिशा में विवि प्रशासन प्रयासरत है। मजदूरों की कठिनाईयों के प्रति वर्तमान विवि प्रबंधन संवेदनशील है। उन्होंने सोमवार से मजदूरों के डीए बकाया का भुगतान शुरू करने पर सहमति व्यक्त की। क्रमबद्ध तरीके से समस्यायों के समाधान की बात कही।
मौके पर वरीय पदाधिकारियों में डॉ अब्दुल वदूद, डॉ एसके पाल, डॉ एमके गुप्ता, डॉ जगरनाथ उरांव, डॉ डीके शाही, डॉ एमएस मल्लिक, डॉ आरपी सिंह एवं अशोक पाठक ने मजदूरों से सहयोग करने की अपील की। वार्ता बैठक में विवि के 600 से अधिक मजदूरों ने भाग लिया।