झारखंड शिक्षक संघ समन्वय समिति की बैठक में बनी आंदोलन की रणनीति

झारखंड शिक्षा
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  • पहले शिक्षा सचिव के समक्ष रखेंगे समस्‍या, निराकरण नहीं होने पर सीएम का होगा घेराव

राची। झारखंड शिक्षक संघ समन्‍वय समिति के सदस्‍य शिक्षा सचिव के समक्ष अपनी समस्‍याएं रखेंगे। उसका निराकरण नहीं होने पर जनवरी में मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन का घेराव करेंगे। यह निर्णय समिति के सदस्‍यों की रांची के कचहरी स्थित पुराना डीएसई ऑफिस बीआरसी भवन में 5 दिसंबर को हुई बैठक में हुआ। मौके पर कई मुद्दों पर चर्चा हुई और आंदोलन की रणनीति तय की गई।

इन मु्द्दों पर हुई चर्चा

गठित समन्वय समिति की बैठक में विद्यालय संचालन की नई समय सारणी, एमएसीपी, प्राथमिक से लेकर +2 विद्यालयों तक की लंबित प्रोन्नति, उत्क्रमित वेतनमान, ईएल गणना की विसंगति, शिक्षण कार्य में एनजीओ की अत्यधिक घुसपैठ, विद्यालयों में प्रभारियों की विसंगतिपूर्ण नियुक्ति, पुरानी पेंशन योजना बहाली, पारा शिक्षकों से किए वादे को पूरा करना।

शिक्षा सचिव को बताएंगे

इन मांगों को लेकर विभाग और सरकार खोखले दावे एवं बेरुखी के मद्देनजर आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। समन्वय समिति में लिए गए निर्णय के अनुसार सभी लंबित मांगों पर एक बार शिक्षा सचिव का ध्यानाकृष्ट कराया जाएगा। सचिव स्तर से मामले का निराकरण नहीं होने पर जनवरी में मुख्यमंत्री का घेराव करने की  घोषणा की जायेगी।

राममूर्ति ठाकुर संयोजक

राम मूर्ति ठाकुर को झारखंड शिक्षक संघ समन्वय समिति के संयोजक के रूप में चयनित किया गया। सभी संघों के अध्यक्षों का अध्यक्ष मंडल एवं महासचिवों का सचिव मंडल बनाया गया। नसीम अहमद, शैलेंद्र कुमार एवं कयामुद्दीन अंसारी को समन्वय समिति का मीडिया प्रभारी बनाया गया। कुर्बान अली और धनंजय कुमार सिन्हा को कोषाध्यक्ष चयनित कर समन्वय समिति में सभी संघों को सम्मिलित आकर दिया गया।

समन्वय समिति के घटक संघ

अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ, झारखंड प्लस टू शिक्षक संघ, झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ, झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ, जेपीएससी प्राथमिक शिक्षक संघ, प्रगतिशील प्राथमिक शिक्षक संघ, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, छोटनगपुर अल्पसंख्यक प्राथमिक शिक्षक संघ, झारखंड पारा शिक्षक संघ, प्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ

ये भी थे मौजूद

बैठक की अध्यक्षता झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव गंगा प्रसाद यादव ने की। उपस्थित प्रतिनिधियों में बृजेंद्र चौबे, राम मूर्ति ठाकुर, सुनील कुमार, रविंद्र कुमार चौधरी, राज कृष्ण राज, कन्हैया ठाकुर, शैलेंद्र कुमार, मनोज कुमार यादव, नसीम अहमद, संतोष कुमार, राकेश कुमार, आनंद किशोर साहू, बलजीत कुमार सिंह, अनिल कुमार, संजय कुमार यादव, अगस्तीन हंसदा, धरणीधर महतो, सिद्दिक अंसारी, रमन कुमार झा, मिथिलेश पाठक शामिल थे।