बोकारो। तनाव में रहने की वजह से मानसिक रूप से बीमार 51 वर्षीय सत्यप्रकाश केशरी ने गरगा डैम में मौत की छलांग लगा कर जान दी। पिता को पानी में डूबता देख पिता की खोज में निकले पुत्र ने डैम में पहुंचकर छलांग जरूर लगाई, लेकिन तब तक पिता की सांसें रूक गईं थीं। डूबते पिता को बचाने के लिए डैम में कूदने से पुत्र का दोनों पैर टूट गया। आनन-फानन में लोगों ने पिता-पुत्र को डैम से बाहर निकालते हुए सदर अस्पताल बोकारो पहुंचाया। वहां चिकित्सकों ने पिता को मृत घोषित कर दिया, जबकि घायल पुत्र का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
पुत्र कुणाल केशरी ने बताया कि तनाव में रहने के कारण पिता की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। वह शुक्रवार को जरीडीह थाना क्षेत्र के टांड़ बालीडीह से ऑटो में सवार होकर गरगा डैम पहुंचे, जहां उन्होंने छलांग लगा दी। कुणाल ने बताया कि वह भी अपनी बाइक से उन्हें खोजने के लिए निकला। जैसे ही वह गरगा डैम पहुंचा, तो देखा कि पिता पानी में बचने की जद्दोजहद कर रहे हैं। इसी दौरान उसने पिता को बचाने के लिए छलांग लगा दी। लेकिन तब तक पिता की मौत हो गई थी।
छलांग लगाने से उसे पत्थरों में चोट लगी और उसके दोनों पैर टूट गए। इस हादसे के बाद पुत्र ने शोर मचा कर मदद की गुहार लगाई। आवाज सुन लोग इकट्ठा हुए और लोगों की सहायता से पिता-पुत्र दोनों को अस्पताल पहुंचाया गया। वहां चिकित्सकों ने पिता को मृत घोषित कर दिया। इधर इस घटना के बाद वहां पहुंचे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। हालांकि बालीडीह थाने की पुलिस मौके पर काफी देर तक पहुंची ही नहीं थी।