नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर बीते करीब डेढ़ साल से जारी किसान आंदोलन आज खत्म हो सकता है। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने सरकार की तरफ से भेजे गए प्रस्ताव का दूसरा मसौदा स्वीकार कर लिया है। मोर्चा ने घोषणा कर दी है कि गुरुवार दोपहर को आंदोलन खत्म हो जाएगा।
तीन कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद किसान लगातार सरकार के सामने एमएसपी, पुलिस केस वापस लेने समेत कई मांगें उठा रहे थे। संयुक्त किसान मोर्चा गुरुवार को सिंघु बॉर्डर पर बैठक करने जा रहा है, जिसमें आंदोलन को खत्म करने का फैसला लिया जा सकता है। किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा था, ‘हम हमारी मांगों को लेकर सरकार से समझौता कर रहे हैं। हम कल होने वाली बैठक के बाद आंदोलन को खत्म करने के बारे में फैसला लेंगे। आंदोलन खत्म करने का अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है।
एसकेएम की कल गुरुवार बैठक होने वाली है।’ कमेटी के पांच सदस्यों में से एक अशोक धावले ने कहा कि उन्हें केंद्र सरकार की तरफ से संशोधित मसौदा मिल गया है, जिसमें उनकी मांगें मान ली गई हैं। उन्होंने कहा था, ‘हमें गुरुवार दोपहर मसौदा प्रस्ताव की अंतिम कॉपी प्राप्त होगी। सिंघु पर एसकेएम नेताओं की बैठक के बाद हम औपचारिक रूप से आंदोलन की तीव्रता को कम करने के लिए फैसला लेंगे।’