नमामि गंगे प्रोजेक्ट के चीफ ने माना- कोविड की दूसरी लहर के दौरान गंगा में बहाई गई थीं 300 लाशें

उत्तर प्रदेश देश
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उत्तरप्रदेश। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक और नमामि गंगे के प्रमुख राजीव रंजन मिश्रा ने माना है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान गंगा नदी में लाशें बहाई गई थीं। नमामि गंगे प्रमुख ने एनएमसीजी के साथ काम कर चुके आईडीएएस अधिकारी पुस्कल उपाध्याय के साथ लिखी ‘गंगा : रीइमेजिनिंग, रिजुवेनेटिंग, रीकनेक्टिंग’ किताब में इसका खुलासा किया।

मिश्रा आने वाले 31 दिसंबर को रिटायर होने वाले हैं। गुरुवार को लॉन्च हुई किताब में दावा किया गया है कि इस साल कोरोना की दूसरी लहर के दौरान गंगा नदी में लाशें बहाई गई थीं। उत्तर प्रदेश में लाशों को फेंकने के लिए ये एक आसान जगह बन गई थी। पिछले साल यूपी और बिहार से कई सारी तस्वीरें वायरल हुई थीं जिसमें लोग कोरोना से मौत के बाद लाशों को गंगा में बहा रहे हैं।

हालांकि सरकार ने इन दावों को खारिज कर दिया था। किताब में जिलों द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों का हवाला देते हुए लिखा गया है कि 300 से ज्यादा शव नदी में फेंके गए थे।