बाल तस्करी पर फैसला सुनाएंगी झारखंड की ये चार बेटियां, बनेंगी एक दिन की अध्यक्ष

देश नई दिल्ली
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दिल्ली। मानव और बाल तस्करी की शिकार रह चुकीं झारखंड की चार बेटियों को एक दिन के लिए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष व सदस्य बनकर फैसला सुनाने का अवसर दिया जाएगा। यह घोषणा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने किया।

नई दिल्ली में बाल अधिकार और बाल सुरक्षा विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार में मानव व बाल तस्करी की शिकार रह चुकी झारखंड की चार बेटियों को शामिल होने का मौका मिला। इनको बाल कल्याण संघ के प्रयास से प्रशिक्षित कर आत्मसम्मान से खड़ा होना सिखाया गया है।

ये लड़कियां महिला एवं बाल विकास भारत सरकार व राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से आयोजित आजादी का महोत्सव कार्यक्रम में भाग लेने के लिए नई दिल्ली गई हैं। इन लड़कियों में बसंती कच्छप, शशि शानी सुंडी, प्रतिमा कुमारी और देवंती कुमारी शामिल हैं।

बालिग हो चुकीं अब ये सभी लड़कियां सुरक्षा एजेंसी में गार्ड की नौकरी कर रही हैं। मंत्रालय के लिए इन लड़कियों को भोज के लिए भी आमंत्रित किया गया है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इन लड़कियों को बाल तस्करों के विरुद्ध प्रेरणास्रोत बताया।