दुकानदार के सामूहिक निर्णय में साथ नहीं देने पर सर्राफा एसोसिएशन ने उठाया ये कदम

झारखंड
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आनंद कुमार सोनी

लोहरदगा। सर्राफा एसोसिएशन ने प्रत्‍येक बुधवार को दुकानें बंद करने का सामूहिक निर्णय लिया था। विगत 6 वर्षों से एसोसिएशन की सभी दुकानें प्रत्येक बुधवार की बंदी का पालन कर रही थीं। संगठन को मजबूती प्रदान करने में सहयोग कर रही हैं। हालांकि एक दुकानदार के सामूहिक निर्णय में साथ नहीं देने पर एसोसिएशन ने कुछ सामग्री भेंट की।

एसोसिएशन के मुताबिक लोहरदगा शहर में लगभग 65 सर्राफा दुकानें है। हालांकि शहर की नामचीन दुकान ‘मंगलम ज्वेलर्स’ का बंदी की शुरुआत से ही सहयोग नहीं मिल पा रहा है। पिछले 2 सालों से घर और दुकान में काम लगाने सहित अन्य बहाना बनाकर लगभग प्रत्‍येक बुधवार को ग्राहक को दुकान में घुसाकर समान बेचा गया।

जब लगभग 7 महीनों के बाद जब बुधवार बंदी चालू हुई, तब मंगलम ज्वेलर्स फिर से दुकान खोलकर बैठ गये। समिति के पदधारी और सदस्यों ने उनसे दुकान बंद करने का आग्रह किया तो उनके द्वारा सभी को भला बुरा कहा गया। बोला गया कि हम दुकान बंद नहीं करेंगे, जो करना है कर लो।

इसके बाद समिति द्वारा मंगलम ज्वेलर को आटा, मसाला, नमक, तेल और सब्जी दी गई, ताकि उनका बुधवार बंदी की भरपाई की जा सके। लोहरदगा सर्राफा एसोसिएशन ने इस घटना की निंदा की। समिति द्वारा इसका कोई ठोस उपाय करने की योजना बनायी जायेगी।