बेरमो अनुमंडल पुलिस ने 4 घंटे में सुलझाया अपहरण का मामला, ऐसे बनाई रणनीति

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  • सीसीएल के रिटायर कर्मचारी से फिरौती वसूलने की थी योजना

प्रशांत अंबष्‍ठ

गोमिया (बोकारो)। झारखंड की तेनुघाट पुलिस को बड़ी सफलता मिली। मात्र 4 घंटे में अपहरण का मामला सुलझा लिया। अपहृत युवक को बरामद करते हुए चार अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया। बेरमो अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सतीश चंद्र झा ने बताया कि पैसे की वसूली के लिए अपहरण किया गया था।

अपहरण के मामले में तेनुघाट पुलिस को मिली बड़ी सफलता मिली है। तेनुघाट भारत माता  मंदिर से अपहृत छप्पर गढ़ा निवासी धर्मेंद्र को अपहरण कर तेनुघाट दो नंबर स्थित एक झोपड़ीनुमा रूम में रखा गया था।

बताते चलें कि छप्पर गढ़ा निवासी जय लाल करमाली का पुत्र धर्मेंद्र प्रतिदिन अपनी मोटरसाइकिल से गोमिया डांस क्लास के लिए जाया करता था। प्रतिदिन की भांति बीते मंगलवार को भी धर्मेंद्र डांस क्लास के लिए निकला। भारत माता मंदिर के पास 4 लोगों ने रुकने का इशारा किया। इसमें धर्मेंद्र का एक परिचित भी था। परिचित को देखते ही धर्मेंद्र ने मोटरसाइकिल को रोक दी। मोटरसाइकिल रुकते ही चारों लोगों ने उसे घेर लिया। मंदिर के नजदीक बने झोपड़ी में ले गए।

बताया जाता है कि जाते ही उसके हाथ पैर और मुंह को बांध दिये। वहीं से धर्मेंद्र के मोबाइल से उसके पिता जय लाल को फोन कर फिरौती की मांग की गई। जय लाल को लगा कि कोई मजाक कर रहा है। वह अपना काम बैंक के निपटाने लगे। काम निपटाने के बाद पुनः अपने पुत्र के मोबाइल पर फोन लगाया। हालांकि पुत्र का मोबाइल बंद आने लगा। तब जय लाल ने इसकी सूचना तेनुघाट प्रभारी प्रशांत कुमार सिंह को दी।

प्रशांत सिंह ने अपने वरीय पदाधिकारी को इसकी सूचना दी और मामल दर्ज किया। ओपी प्रभारी की सूचना पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सतीश चंद्र झा ने पुलिस पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। धर्मेंद्र के मोबाइल को सर्विलांस पर डाला। अपने गुप्तचरो को लगाया। एक गुप्तचर ने सूचना दी कि अपहृत को तेनुघाट दो नंबर में ही रखा गया है। गुप्त सूचना पर चौकी प्रभारी प्रशांत कुमार सिंह, अशोक कुमार पासवान, रंजीत सिंह, अहमद अली खान, रामप्रवेश राम, अरविंद सिंह को लेकर गुप्तचर द्वारा बताए गए स्थान को चारों ओर से घेर लिया। अपहृत धर्मेंद्र के साथ चार लोगों को पकड़ा।

पकड़े गये लोगों में कार्तिक डोम, संजय मरांडी उर्फ सिद्धार्थ, दीनू मरांडी, सूरज कुमार दास उर्फ छोटू कुमार उर्फ विक्की  को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद धर्मेंद्र को अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका उपचार किया गया। गिरफ्तार किए गए अपराधियों से पूछताछ में यह बात सामने आई कि‍ अपहृत धर्मेंद्र के पिता सीसीएल से रिटायर हुए हैं। फिरौती के लिए धर्मेंद्र का अपहरण किया गया था। अपहरणकर्ता की निशानदेही पर धर्मेंद्र का मोटरसाइकिल भी बरामद किया गया। उसका पार्ट-पूर्जा अलग कर रखा गया था। धर्मेंद्र का बैग, 3 मोबाइल, चाकू, सेलो टेप, रस्सी, लाल रंग का कपड़ा और दो मोटरसाइकिल को जब्‍त किये गये।

अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सतीश चंद्र झा ने बताया कि अपहृत धर्मेंद्र के मुंह में टेप लगाया गया था। बोरी में बंद कर रखा गया था। इस कारण उसकी स्थिति काफी नाजुक बनी हुई थी। पुलिस ने समय रहते उसे बचाने का काम किया। कार्तिक डोम का इतिहास पहले भी अपराध कर रहा है। वह हत्या के मामले में भी जेल जा चुका है।