रांची। गुरुवार को नवमी के दिन झारखंड आर्म्ड पुलिस के जवानों ने शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा की पूजा की।
जवानों ने हथियारों की पूजा की और मां के चरणों में बलि देकर दुश्मनों से लोहा लेने के लिए आशीर्वाद लिया। महानवमी के अवसर पर महिलाएं व्रत तोड़ने के पहले मां के हवन में नाचते गाते हुए शामिल हुईं। वहीं, हर बलि पर ग्यारह बंदूकों से सलामी देकर गोरखा जवानों ने मां दुर्गा की पूजा की। इस बटालियन में बलि और हथियारों की पूजा का अपना ही महत्व है।
आज के दिन गोरखा जवान अपने हथियार मां दुर्गा के सामने रखकर पूजा करते हैं और मां के चरणों में बलि देते हैं। गोरखा जवानों में हथियारों की पूजा की परम्परा इस बटालियन के गठन के समय से ही चली आ रही है। इनका मानना है कि दुश्मनों से मुकाबले के समय उनके हथियार धोखा ना दें और सटीक चले इसलिए मां दुर्गा के समक्ष हथियारों की पूजा करनी चाहिये।
गोरखा जवानों के हथियारों की पूजा की मान्यता रही है कि गोरखा या नेपाली संस्कृति पुरातन समय से ही शक्ति के उपासक रहे हैं। ऐसे में बलि की प्रथा प्राचीन काल से चली आ रही है और ये भी संस्कृति का हिस्सा बन गयी है। इसके पीछे ये तर्क भी दिया जाता है कि ये बलि देश के दुश्मन रूपी राक्षस की दी जाती है। जवानों के मन में विश्वास है कि शक्ति की देवी मां दुर्गा की पूजा करने से वे जवानों की रक्षा करती हैं। इसलिए वे हर पूजा में मां दुर्गा को बलि अर्पित करते हैं।