बंध्याकरण के नौ माह बाद महिला ने दिया बच्ची को जन्म

झारखंड
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चतरा। चतरा स्वास्थ्य विभाग के खेल बड़े ही निराले हैं। विभाग का जितना भी बखान किया जाय कम है। इसकी बानगी जिले के मयूरहंड प्रखंड स्थित तिलरा गांव में देखने को मिली।

यहां स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही उजागर हुई। बंध्याकरण होने के बाद भी महिला ने बच्ची को जन्म दिया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में राजू पासवान की पत्नी कंचन देवी ने 25 जनवरी 2021 को प्रभारी डॉक्टर सुमित ने प्रमाण पत्र दिया है। वहीं महिला ने 19 सितंबर को मां अंबे नर्सिंग होम हजारीबाग में बच्ची को जन्म दिया। इससे दलित परिवार चिंतित है। आखिर विभाग की लापरवाही से चौथी बार गर्भ से जन्म ली बच्ची के लालन-पालन की जिम्मेवारी कौन उठाएगा। जब घटना की जानकारी स्वास्थ्य महकमे को हुई तो पीड़ित महिला को आवाज नहीं उठाने का दबाव बनाया गया। जब महिला प्रसव के वक्त प्राथमिक स्वास्थ केंद्र इटखोरी गई, तो सीरियस बताते हुए हजारीबाग भेज दिया गया। परिजनों ने उसे निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया।

वहां बड़ा ऑपरेशन से बच्ची का जन्म हुआ। ऐसे में कर्ज में डूबे परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है। महिला ने कहा है कि अगर विभाग ने पहल नहीं की, तो कोर्ट की शरण में जाना मजबूरी होगा।