भारतीय जनजातीय कला और शिल्प को कनाडा में दिया जाएगा बढ़ावा

देश नई दिल्ली
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  • ट्राइफेड का आत्मनिर्भर कॉर्नर कनाडा में भारतीय उच्चायोग में स्थापित किया गया

नई दिल्ली। गांधी जयंती को यादगार बनाने के लिए कनाडा के ओटावा में भारतीय उच्चायोग में एक ‘आत्मनिर्भर भारत’ कॉर्नर का उद्घाटन किया गया। भारत से उत्तम जीआई-टैग वाली जनजातीय कला और शिल्प उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए ट्राइफेड द्वारा प्रोत्साहित आत्मनिर्भर कॉर्नर की शुरुआत कनाडा में भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने की।

इस कॉर्नर में आदिवासी हस्तशिल्प एवं उत्पादों के नमूने प्रदर्शित किये जाते हैं। उत्पादों की सूची और साहित्य के साथ-साथ कनाडा में ऐसे उत्पादों की व्यावसायिक खरीद और वितरण के बारे में जानकारी प्रदान की जाती है। यह पहल भारत के आदिवासी कारीगरों को कनाडा के बाजार से जोड़ने में मदद करेगी।

उच्चायोग में ‘आत्मनिर्भर भारत’ कॉर्नर को एक वैश्विक पहल के हिस्से के रूप में स्थापित किया गया है, जो कि भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन विकास परिसंघ (ट्राइफेड) के सहयोग से उन उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए कार्य करते हैं। उन्हें आदिवासी समूह पूरे भारत में सदियों से बनाते आ रहे हैं। यह कॉर्नर जनता के दर्शन के लिए 10, स्प्रिंगफील्ड रोड, ओटावा में स्थित भारतीय उच्चायोग के ऐतिहासिक पिल्लई मेमोरियल कॉन्सुलर हॉल में भारत के आदिवासी हस्तशिल्प की विस्तृत श्रृंखला को प्रदर्शित करना जारी रखेगा।

वाणिज्यिक पूछताछ के लिए उच्चायोग के वेबलिंक (hciottawa.gov.in) पर संपर्क किया जा सकता है।