- तृतीय और चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों को मिलेगा अधिकतम 17,950 रुपये
नई दिल्ली। रेल कर्मियों को वर्ष 2020-21 में 78 दिन का बोनस मिलेगा। इसकी मंजूरी केंद्रीय कैबिनेट ने दे दी। इस निर्णय से तृतीय और चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों को अधिकतम 17,950 रुपये मिलेगा। इसका लाभ 11.56 लाख रेल कर्मियों को मिलेगा। बोनस का भुगतान दुर्गा पूजा से पहले कर दी जाएगी।
बताया जाता है कि पहले 72 दिन के बोनस की अनुशंसा कैबिनेट ने की थी। इसपर ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने कड़ा प्रतिरोध दर्ज किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कोरोना काल में समर्पित रेल सेवा को ध्यान में रखते हुए रेलकर्मियों के हित में आवश्यक निर्णय लेने की अपील की। फिर प्रधानमंत्री ने सभी तृतीय व चतुर्थ वर्गीय रेलकर्मियों को 78 दिन का उत्पादकता आधारित बोनस के भुगतान के निर्देश दिए। इस निर्देश के आधार पर रेल कर्मियों को पिछले साल की तरह इस साल भी 78 दिनों के बोनस के रूप में अधिकतम 17,950 रुपये का भुगतान किया जाएगा।
ईसीआरकेयू के केंद्रीय अध्यक्ष डीके पांडेय ने कहा कि इस विषय पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि 11.56 लाख रेलकर्मियों को बोनस की राशि प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी दुर्गा पूजा के पहले भुगतान किया जाएगा। पांडेय ने कहा कि फेडरेशन की पहल नहीं हुई होती तो स्थिति निराशाजनक होती। महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा की तत्परता से सम्मानजनक राशि का भुगतान होना सुनिश्चित हुआ है।
बोनस की घोषणा से ईसीआरकेयू के सदस्यों सहित सभी रेल कर्मियों ने खुशी की लहर दौड़ गई। धनबाद के एके दा, एनके खवास, टीके साहू, नेताजी सुभाष, बीके दुबे,सोमेन दत्ता, परमेश्वर कुमार, इन्द्रमोहन सिंह, केके सिंह, विजय कुमार, राजू चौबे, आरके प्रसाद, एके दास, पिंटू नंदन, एस मंजेश्वर राव, धुरंधर यादव और विश्वजीत मुखर्जी ने प्रसन्नता जाहिर की।