नोएडा : मात्र 9 सेकेंड में मिट जाएगा ट्विन टावर का नामोनिशान, ऐसी है तैयारी

उत्तर प्रदेश देश मुख्य समाचार
Spread the love

उत्तर प्रदेश। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर नोएडा के सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के ट्विन टावर को 28 अगस्‍त को दोपहर 2.30 बजे ध्‍वस्‍त किया जाएगा। मुंबई की कंपनी एडिफिस इंजीनियरिंग और दक्षिण अफ्रीकी सहयोगी जेट डिमोलिशन ने शनिवार तक टावरों के ध्वस्तीकरण की पूरी तैयारी कर ली। इसके लिए ट्रैफिर को डायवर्ट किया गया है।

जानकारी के मुताबिक 32 मंजिला एपेक्स (100 मीटर) और 29 मंजिला सियान (97 मीटर) टावर में 3500 किलोग्राम विस्फोटक लगाकर तारों से जोड़ दिया गया है। मुख्य तार को फाइनल बटन से जोड़ने के बाद ब्लास्टर टीम ध्वस्तीकरण को अंजाम देगी। मात्र 9 सेकेंड में टावर का नामोनिशान मिट जाएगा।

उत्तर प्रदेश पुलिस ने सेक्टर 93ए नोएडा में सुपरटेक ट्विन टावर्स के आसपास के क्षेत्र को खाली करने की घोषणा की।

नोएडा सेंट्रल के डीसीपी राजेश एस ने बताया कि ब्लास्ट के आधे घंटे बाद और धूल जमने के बाद इसे खोल दिया जाएगा। इंस्टेंट कमांड सेंटर में 7 सीसीटीवी कैमरे हैं।

लगभग 560 पुलिस कर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 लोग, 4 क्विक रिस्पांस टीम और NDRF की टीम तैनात है। ट्रैफिक डायवर्जन प्वाइंट सक्रिय हैं। विस्फोट से ठीक पहले दोपहर करीब 2.15 बजे एक्सप्रेस-वे को बंद किया जाएगा।

डीसीपी ने बताया कि ब्लास्ट के लिए इमरजेंसी रूट बनाया है, ताकि इमरजेंसी होने पर ग्रीन कॉरिडोर से ले जाया जा सके। सब कुछ सेट है तो कोई दिक्कतें नहीं आएंगी। सुरक्षा की पूरी व्यवस्था है। हमने पहले से ही डायवर्जन शेयर किया था। इसलिए ट्रैफिक की भी कोई दिक्कत नहीं है।

स्‍थानीय लोगों का कहना है कि ट्विन टावर गिराया जाना भ्रष्टाचार व बिल्डरों-अफसरों के लिए एक कड़ा संदेश है, लेकिन इससे जो अन्य सोसाइटियों में खरीदारों को धोखा दे चुके हैं, उन पर सीधे तौर पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। जबकि इन पर कार्रवाई की जानी चाहिए। प्रोजेक्ट की शुरुआत में बिल्डर खरीदारों को जो स्थिति दर्शाकर फ्लैट बिक्री करता है, कब्जा मिलने तक उस जगह का नक्शा बदल दिया जाता है।