देवघर। राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि एम्स के प्रति लोगों का अलग प्रकार का ही विश्वास है। लोगों में धारणा रहती है कि किसी रोग के उपचार एम्स में जाने पर हो जायेगा। वे 16 सितंबर को देवघर के पंचायत प्रशिक्षण संस्थान में संचालित एम्स भवन में द्वितीय वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल ने कहा कि एम्स की स्थापना बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने की दृष्टिकोण से किया गया है। अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि एम्स दिल्ली में मरीजों की काफी भीड़ रहती थी। संपूर्ण देश के कोने-कोने से मरीज वहां आते थे। भीड़ की वजह से ना केवल मरीजों को, बल्कि उनके परिजनों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। उन्हें इन समस्याओं से निपटने के लिए और चिकित्सा सेवाओं में क्षेत्रीय असमानता को दूर करने के उद्देश्य से ही एम्स जैसे संस्थान की स्थापना की गई है, ताकि लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके। देश के लिए बेहतर चिकित्सक यहां से निकल सके। साथ ही शोध के क्षेत्र में भी प्रभावशाली परिवर्तन लाया जा सके। उन्होंने छात्रों को बेहतर चिकित्सक बनने की प्रेरणा दी।
राज्यपाल ने कहा कि भारतीय चिकित्सकों का पूरे विश्व में काफी सम्मान है। विदेशों में भी उनपर बहुत अधिक विश्वास किया जाता है। आज भारत भारत चिकित्सा विज्ञान आदि के क्षेत्र में अनेक प्रतिभाओं के कारण विभिन्न राष्ट्रों का नेतृत्व करता है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी हमारे युवा अच्छे डॉक्टर बनकर पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन करें।
इससे पहले राज्यपाल के देवघर हवाई अड्डा आने पर संथाल परगना के आयुक्त चन्द्र मोहन प्रसाद कश्यप, पुलिस उप महानिरीक्षक संथाल परगना सुदर्शन प्रसाद मंडल, उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री, पुलिस अधीक्षक धनंजय कुमार सिंह ने उनका स्वागत किया गया। इसके बाद देवघर हवाई अड्डा पर उनको गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया।