उत्तर प्रदेश। अब पैसा निकालने के लिए बैंक या एटीएम जाने की जरूरत नहीं है। डाक विभाग घर बैठे बैंक खाते से राशि निकालने की सुविधा दे रहा है। विभाग के वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के माध्यम से इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, डाकिया और ग्रामीण डाक सेवकों द्वारा घर-घर जाकर लोगों के आधार लिंक्ड बैंक खाते से पैसा निकालने की सुविधा दे रहा है। सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत भेजी गई डीबीटी रकम घर बैठे लोग अब अपने इलाके के डाकिया के माध्यम से निकाल पा रहे हैं। इसके लिए किसी बैंक या एटीएम पर जाने की जरूरत नहीं है।
यादव ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल-2021 से वाराणसी परिक्षेत्र में अभी तक लगभग 2.40 लाख लोगों ने घर बैठे विभिन्न बैंकों के अपने खातों से 90 करोड़ रुपये की राशि डाक विभाग के माध्यम से निकाली है। ‘आपका बैंक, आपके द्वार’ को चरितार्थ करते डाक विभाग की इस पहल को लोगों ने हाथों-हाथ लिया है।
पोस्टमास्टर जनरल ने कहा कि असहाय लोग, जो कि शारीरिक रूप से अक्षम हैं, वृद्ध या फिर सुदूर ग्रामीण क्षेत्र जहां एटीएम की सुविधा उपलब्ध नहीं है, वहां भी डाक विभाग का डाकिया जाकर बैंक खातों से पैसे निकाल कर लोगों को उपलब्ध करा रहा है। डाकियों के पास उपलब्ध माइक्रो एटीएम से प्रतिदिन एक व्यक्ति द्वारा आधार लिंक्ड अपने बैंक खाते से दस हजार रुपये तक की रकम निकाली जा सकती है।
यादव ने बताया कि डाक विभाग के वाराणसी परिक्षेत्र ने इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के अधीन आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। दो दिवसीय अखिल भारतीय अभियान के दौरान आवंटित लक्ष्य 2.79 करोड़ रुपये के सापेक्ष 5.3 करोड़ रुपये का लेनदेन पूर्ण करते हुए उत्तर प्रदेश में प्रथम तथा देश में चौथा स्थान हासिल किया है। यह लक्ष्य से 193 फीसदी ज्यादा है। उन्होंने बताया कि 16 और 17 सितंबर को चले इस अभियान के दौरान वाराणसी परिक्षेत्र में दस हजार से ज्यादा लोगों को ‘आपका बैंक, आपके द्वार’ की तर्ज पर लाभांवित किया गया। इसके तहत रसोई से लेकर दुकान व खेत-खलिहान तक, गलियों से लेकर नदियों में नाव तक ऑनस्पॉट 5.3 करोड़ रुपये की राशि लोगों को उनके बैंक खातों से निकालकर प्रदान की गई।