- 2464 अतिक्रमणकारियों को चिह्नित करते हुए 187 भूमाफिया को भेजा जेल
- प्रदेश में चार स्तरीय एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स का गठन कर हो रही कार्रवाई
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निशाने पर भूमाफिया है। उसके खिलाफ योगी का अभियान रंग ला रहा है। प्रदेश में पहली बार भूमाफिया के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अरबों रुपए की कीमत की डेढ़ लाख एकड़ से ज्यादा सरकारी और निजी भूमि खाली कराई गई है। भूमि विशेषज्ञों के मुताबिक लखनऊ शहर के बराबर जमीन खाली कराई गई है। हाल ही में सीएम योगी के निर्देश के बाद फिर भूमाफिया के खिलाफ कार्रवाई में तेजी आई है। जिला स्तर पर नए सिरे से भूमाफिया तलाशे जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 में प्रदेश की कमान संभालने के बाद भूमाफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद प्रदेश में चार स्तरीय एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स का गठन कर कार्रवाई शुरू की गई थी। पिछले सवा चार साल में राजस्व और पुलिस विभाग ने भूमाफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।
राजस्व विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 15 अगस्त तक करीब 62423.89 हेक्टेयर यानी 1,54,249 एकड़ से अधिक भूमि को मुक्त कराई गई है। साथ ही, राजस्व विभाग ने 2464 अतिक्रमणकारियों को चिह्नित करते हुए 187 भूमाफियाओं को जेल भेजा है। 22,992 राजस्व वाद, 857 सिविल वाद दर्ज करते हुए 4407 एफआईआर कराया है। जिला स्तर पर राजस्व विभाग और पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर भूमाफिया की कमर तोड़ने का काम किया है। इसके बावजूद हाल ही में सीएम योगी ने एक मामले का संज्ञान लेते हुए भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
गणित विशेषज्ञ महेंद्र त्रिपाठी के अनुसार 62,423.89 हेक्टेयर भूमि करीब 1,54,249 एकड़ और करीब 624 स्क्वायर किलोमीटर होता है। लखनऊ शहर भी 30 किलोमीटर लंबा और 20.8 किलोमीटर चौड़ा है। यानी खाली कराई गई जमीन लगभग लखनऊ शहर के बराबर है।
पुलिस विभाग के आंकड़ों के अनुसार जुलाई तक प्रदेश में 41 भूमाफिया की संपत्ति कुर्क की गई है। दो पर रासुका, 170 आरोपियों पर गैंगेस्टर और 399 आरोपियों के खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। 28 शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए गए हैं। इसके अलावा 102 आरोपियों की हिस्ट्रीशीट भी खोली गई है।