रांची। झारखंड में कांग्रेस गठबंधन की सरकार अपने जन कल्याणकारी कामों से लगातार जनता के बीच लोकप्रिय बनी हुई है। यह भाजपा के नेता, विधायकों को नहीं भा रहा है। निराश और हताश होने के साथ-साथ वे मुद्दाविहीन हो गये हैं। यही कारण है कि विगत तीन सितंबर से जारी झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र को बाधित करते रहे। जनता का काम नहीं होने दिये। उक्त बातें भारतीय युवा कांग्रेस के झारखंड प्रदेश प्रवक्ता युवराज सिंह ने की।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि सत्र के दौरान भाजपा विधायकों द्वारा विधानसभा में जनता के मुद्दों को दरकिनार कर नमाज कक्ष के खिलाफ भजन कीर्तन कर सदन की करवाई को लगातार बाधित किया गया। विधानसभा घेराव कर नमाज कक्ष के मुद्दे को तूल देकर गंगाजमुनी तहजीब को बांटने का प्रयास किया गया। यह दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है। भाजपा का एक सूत्री कार्यक्रम रहा है, राम राम जपना और झारखंडवासियों को धर्म, आस्था एवं भजन कीर्तन कर ठगना। विधानसभा में नमाज कक्ष स्वयं भाजपा के कार्यकाल में भी रहा है। यह परंपरा है, जो शुरू से चलते आई है।
युवराज ने कहा कि भाजपा के लिए देश में पिछले 45 वर्षों में सार्वधिक बेरोजगारी, महंगाई आसमान छूते पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस के दाम, खाद्यान तेलों की कीमतें कभी मुद्दा नहीं रहा। ये लोग सिर्फ धर्म के नाम पर समाज को बांटना जानते हैं। झारखंड की कांग्रेस गठबंधन सरकार बड़ी निष्पक्षता से भाजपा की पिछली सरकार में हुए घोटालों की जांच के आदेश दे रही, जो इसके नेता और विधायकों को पच नहीं रही है। वे लगातार श्री राम के नारों के पीछे उसे दबाने में लगे हैं।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा विधायक सीपी सिंह द्वारा विशनसभा में स्वास्थमंत्री बन्ना गुप्ता को टेम्पो एजेंट एवं पिछड़ा कहकर अपमानित किया जाना निंदनीय है। इसकी जितनी भर्त्सना की जाये, कम है। उन्हें अविलंब माफी मांगनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चाय बेचा करते थे। तो क्या भाजपा वाले उनका उपहास उड़ाते हैं? ऐसे में किसी व्यक्ति पर ऐसी निम्नस्तर की टिपणी करना बंद करें।